भाजपा ने कच्चे कर्मचारियों के साथ धोखा किया-मनीष बंसल.
पंचकूला 1 -18/24/, कांग्रेस नेता एवं पूर्व अतिरिक्त महाधिवक्ता मनीष बंसल ने कहा है कि प्रदेश सरकार कर्मचारियों के साथ धोखा किया है। हजारों कर्मचारियों को पक्का करने के नाम पर छला है और अब कर्मचारी इस धोखे का बदला लेंगे। मनीष बंसल से हारट्रोन के कांट्रेक्ट कर्मचारियों ने मुलाकात की और अपनी समस्याएं बताई। मनीष बंसल ने कहा कि भाजपा हमेशा ही जुमले फैंकती रही है, लेकिन किया कुछ नहीं । मनीष बंसल ने कहा कि 75 साल में यह देश की पहली सरकार है, जिसने खेती पर टैक्स लगा दिया। खाद, कीटनाटक दवा, ट्रैक्टर, खेती उपकरणों पर जीएसटी लगा दिया। डीजल को 56 रुपये प्रति लीटर से 90 पर पहुंचा दिया। पेट्रोल को 71 रुपये प्रति लीटर से 100 पार करवा दिया। 25 लाख करोड़ रुपये एक झटके में जनता की जेब से निकाल लिए। जबकि, 44 लाख करोड़ रुपया पेट्रोल-डीजल पर टैक्स लगाकर जनता से वसूल कर लिया। मनीष बंसल ने कहा कि गरीब-कमेरे की सुध लेने के लिए इन्होंने कुछ नहीं किया। सरकारी स्कूलों व संस्थानों में पढ़ने वाले अनुसूचित जाति के परिवारों के बच्चों को मिलने वाली छात्रवृत्ति को ही बंद कर दिया। इनका मकसद गरीबों के बच्चों को पढ़ाई से रोकना है, ताकि वे अपने पैरों पर खड़े न हो सकें, पढ़-लिखकर अपना हक न मांग सकें। इन्होंने सबसे बड़ा हमला फसल पैदा करने वाले किसान के हक पर बोला। लाखों किसान दिल्ली बार्डर पर दिल्ली में बैठे प्रधानमंत्री से न्याय मांगने के लिए एक साल से अधिक समय तक धरने पर बैठे रहे। प्रदेश की भाजपा सरकार ने उनके रास्ते में सीमेंट के बोल्डर रखवा दिए, तोप-बंदूक के साथ पुलिस तैनात कर दी, सड़क पर दीवारें चिनवा दी। कहने लगे किसान पीएम से मिलने नहीं जा सकते। मनीष बंसल ने कहा कि शांतिप्रिय किसान वहीं धरने पर बैठ गए। एक साल से अधिक धरना चला, क्योंकि देश के मुट्ठी भर उद्योपतियों को किसान की जमीन का मालिक बनाने का षड्यंत्र रचा जा रहा था। हर रोज किसी न किसी गांव में किसान का शव आता था। 700 से ज्यादा ने शहादत दे दी। लेकिन भाजपा के नेता किसानों को नक्सलवादी, उग्रवादी, मवाली और गुंडे कहते रहे। लेकिन, अंतत: किसान ताकत के आगे दिल्ली व हरियाणा की सरकार को झुकना पड़ा, तीन काले कानून वापस लेने पड़े।