हरियाणा पुलिस अब सिर्फ एक कॉल दूर घटना स्थल पर अब तुरंत पहुंचेगी हरियाणा पुलिस मुख्यमंत्री ने किया हरियाणा 112- आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली का उद्घाटन डायल 112 एक युग का परिवर्तन: मनोहर लाल.

पंचकूला, 12 जुलाईः हरियाणा में आपातकालीन स्थिति के लिए अब से नागरिकों को 112 नंबर डायल करना होगा। यह नई हेल्पलाइन 100 (पुलिस), 101 (फायर), और 108 (एम्बुलेंस) जैसी सभी प्रकार की आपातकालीन सेवाओं के लिए काम करेगी। यह एकीकृत प्रणाली चैबीसों घंटे कार्य करेगी और 13 जुलाई, 2021 को सुबह 8ः00 बजे से चालू हो जाएगी।
हरियाणावासियों को 24 घंटे सुरक्षा प्रदान के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज पंचकूला में हरियाणा 112- आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली को लॉन्च किया। इस मौक पर गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज और विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने इस प्रणाली के शुरू होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि अब हरियाणा पुलिस केवल एक कॉल की दूरी पर होगी। कल से किसी भी व्यक्ति को संकट की स्थिति में केवल 112 नंबर पर कॉल करने की आवश्यकता होगी और 15 से 20 मिनट में उस व्यक्ति तक तुरंत पुलिस की मदद पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि नई आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ईआरएसएस) हरियाणा के नागरिकों को चैबीसों घंटे पुलिस सहायता से सशक्त बनाने की दिशा में उठाया गया एक ऐतिहासिक कदम है।
ईआरएसएस हरियाणा के इतिहास में युग का बदलाव
श्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा का विकास पाँच एस – शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वाभिमान और स्वावलंबन पर केंद्रित है और इस एकीकृत आपातकालीन हेल्पलाइन 112 के लॉन्च के साथ ही प्रदेश के लोगों को सुरक्षा और स्वावलंबन सुनिश्चित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसी उद्देश्य से डायल 112 शुरू किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश भर में सभी आपातकालीन सेवाओं के लिए एक ही आपातकालीन नंबर प्रदान करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा डायल-112 परियोजना शुरू की गई थी। इसके अंतर्गत ही राज्य सरकार द्वारा अपने नागरिकों को तत्काल आपातकालीन सहायता प्रदान करने की प्रतिबद्धता के तहत एक मजबूत प्रणाली विकसित करने की परिकल्पना की गई । इस अत्याधुनिक प्रणाली से समग्र सुरक्षा परिदृश्य में और सुधार होगा और राज्य भर में अपराध की रोकथाम में भी मदद मिलेगी।
हर विधानसभा क्षेत्र में 10 वाहन तैनात करने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचकूला से मोबाइल डाटा टर्मिनलों से लैस 630 इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल्स को झंडी दिखाकर रवाना करने के बाद 300 और ऐसे वाहन जोड़े जाएंगे, ताकि हर विधानसभा क्षेत्र में 10 वाहन तैनात करने का लक्ष्य हासिल किया जा सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 300 पीसीआर वाहन हैं, जिन्हें आने वाले समय में आधुनिक तकनीक से युक्त किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह तीन साल पहले की बात है जब उन्होंने इजराइल के जेरूसलम का दौरा करने के दौरान एक त्वरित प्रतिक्रिया आपातकालीन प्रणाली देखी थी, जिसमें केवल 90 सेकंड के समय में हर जरूरतमंद को मदद सुनिश्चित की जा रही थी।
इजराइल के जेरूसलम का उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वहां 5000 से ज्यादा लोग एंबुबाइक सर्विस से जुड़े हैं। ये सभी 24×7 आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। जैसे ही उनके मोबाइल में अलार्म बजता है, वे घायलों को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए तुरंत अपनी एंबुबाइक के साथ दुर्घटनास्थल पर पहुंच जाते हैं। प्राथमिक उपचार देने से लेकर घायलों को अस्पताल ले जाने तक ये वॉलंटियर्स हर घायल व्यक्ति की मदद के लिए चैबीसों घंटे काम करते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इजराइल की इस हाईटेक प्रणाली को देखकर ही हरियाणा के लोगों को भी इस तरह का प्लेटफार्म उपलब्ध कराने की जरूरत महसूस हुई।
हरियाणा 112 से आपातकालीन सेवा प्रदाताओं के बीच जवाबदेही सुनिश्चित होगी
इस अवसर पर बोलते हुए गृह मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा 112 परियोजना पारदर्शिता लाएगी और विभिन्न आपातकालीन सेवा मुहैया करवाने वालों की जवाबदेही सुनिश्चित करेगी जिससे हरियाणा के निवासियों को त्वरित आपातकालीन सेवाएं प्रदान की जा सकेंगी।
श्री विज ने कहा कि इस हाई-टेक प्रणाली के आने से हरियाणा के नागरिक 112 डायल कर तुरंत पुलिस सहायता प्राप्त कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि यह प्रणाली आपातकालीन स्थितियों में पुलिस की तत्काल उपलब्धता और पहुंच सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन की गई है। पुलिस के रिस्पॉन्स टाइम को कम करने की दिशा में यह नई व्यवस्था एक महत्वपूर्ण कदम है।
हरियाणा 112 (ईआरएसएस) परियोजना
पुलिस महानिदेशक श्री मनोज यादव ने कहा कि आईटी और संचार पहल को मिलाकर हरियाणा पुलिस चरणबद्ध तरीके से जनता को विभिन्न प्रकार की सहायता और सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। एक बार कॉल करने के बाद, पुलिस 15-20 मिनट के औसत प्रतिक्रिया समय के भीतर तुरंत सहायता प्रदान करेगी।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना को दुनिया भर में उन्नत तकनीकों और सर्वोत्तम प्रथाओं का लाभ उठाते हुए नागरिकों की सुरक्षा के लिए जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका उद्देश्य राज्य के लगभग 28 मिलियन निवासियों को 24 घंटे लगातार तत्काल आपातकालीन सेवाएं प्रदान करते हुए सुरक्षा मुहैया करवाना है।

इस प्रणाली का संचालन लगभग 5,000 प्रशिक्षित कर्मियों, स्पाॅट पर आवश्यक कार्रवाई करने के लिए प्राथमिक चिकित्सा-बॉक्स, स्ट्रेचर, अपराध निवारण किट आदि सहित 23 इन-फ्लीट आइटम से लैस 630 नए चार पहिया वाहनों और परियोजना सलाहकारों द्वारा किया जाएगा जिसमें सी-डैक टोटल सर्विस प्रोवाइडर के रूप में कार्य करेगा। हरियाणा 112 एक एकीकृत आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली है, जिसे समस्त हरियाणा राज्य में किसी भी समय और कहीं भी संकटग्रस्त व्यक्तियों को इमरजेंसी सेवाएं प्रदान करने के लिए स्थापित किया गया है।
हरियाणा 112 परियोजना लोगों, प्रक्रियाओं और उन्नत प्रौद्योगिकियों के स्तंभों पर मजबूत है। यह स्पष्ट है कि बड़ी आपात स्थितियों में, पुलिस को तुरंत घटना स्थल पर पहुंचने की आवश्यकता होती है। इसलिए पुलिस विभाग इस परियोजना को विकसित करने में नोडल एजेंसी रहा है।
पंचकूला में बनाया गया स्टेट एमरजेंसी रिस्पांस सेंटर
डायल-112 प्रोजेक्ट के लिए पंचकूला के सेक्टर 3 में स्टेट एमरजेंसी रिस्पांस सेंटर (एसईआरसी) के रूप में एक अत्याधुनिक भवन का निर्माण किया गया है। इस सेंटर को जिला स्तर पर पुलिस नियंत्रण कक्ष और फील्ड में तैनात इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल्स (ईआरवी) से डिजिटल रूप से जोड़ा गया है। मुख्य रूप से सभी आपातकालीन सेवाओं को पूरा करने के लिए इस भवन को उन्नत बुनियादी ढांचे के साथ मजबूत किया गया है। एसईआरसी पर अतिरिक्त कॉल लोड को संभालने और एसईआरसी में किसी भी तकनीकी खराबी के मामले में स्विच ऑपरेशन के लिए, गुरुग्राम में 20 प्रतिशत क्षमता वाला एक मिरर इमरजेंसी रिस्पांस सेंटर (एमईआरसी) स्थापित किया गया है। ये केंद्र फोन कॉल, एसएमएस, ई-मेल, 112 मोबाइल ऐप आदि सहित संचार के कई साधनों का जवाब देने में सक्षम हैं।
डायल 112 परियोजना के लिए 11 अधिकारियों को सम्मानित किया गया
समारोह के दौरान डायल 112 परियोजना को सफल बनाने के लिए समर्पित रूप से काम करने के लिए मुख्यमंत्री, गृह मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष ने आठ पुलिस अधिकारियों और सीडैक के तीन अधिकारियों को पदक प्रदान कर सम्मानित किया।
पुलिस अधिकारियों में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, दूरसंचार-आईटी और हरियाणा-112 प्रोजेक्ट के नोडल अधिकारी श्री ए.एस. चावला, पुलिस अधीक्षक (एसपी) श्री उदय सिंह मीणा, एसपी श्री. राजेश फोगाट, डीएसपी सुश्री नूपुर बिश्नोई, डीएसपी श्री हिशाम सिंह, सब इंस्पेक्टर श्री श्याम सिंह, हेड कांस्टेबल श्री नवनीत कुमार और मुकेश कुमार शामिल हैं। सीडैक के अधिकारियों में श्री दीपू राज, श्री राजेश और ज्योति शामिल हैं।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी. एस. ढेसी, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री टी. वी. एस. एन. प्रसाद, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल, डीजीपी विजिलेंस श्री पी के अग्रवाल, डीजीपी क्राइम मोहम्मद अकील, हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के एमडी श्री आरसी मिश्रा, डीजीपी जेल श्री शत्रुजीत कपूर, एडीजीपी सीआईडी श्री आलोक मित्तल, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, दूरसंचार-आईटी एवं हरियाणा 112 के नोडल अधिकारी श्री ए. एस. चावला, एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर श्री नवदीप विर्क, उपायुक्त विनय प्रताप सिंह, पुलिस आयुक्त सौरभ सिंह, पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा, एस डी एम ऋचा राठी, मुख्यमंत्री के मीडिया कोऑर्डीनेटर रमनीक सिंह मान एडीजीपी सीएडब्ल्यू कला रामचंद्रन सहित प्रशासनिक और पुलिस विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल हरियाणा पुलिस की ‘अनटोल्ड स्टोरीज‘ कॉफी टेबल बुक का किया विमोचन
पंचकूला, 12 जुलाई – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज पंचकूला में गृह मंत्री श्री अनिल विज और अन्य वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में ईआरएसएस लॉन्च कार्यक्रम के दौरान हरियाणा पुलिस की ’अनटोल्ड स्टोरीज’ नामक कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया।
इस अवसर पर अध्यक्ष, हरियाणा विधानसभा श्री ज्ञानचंद गुप्ता भी उपस्थित थे।
यह पुस्तक कोविड महामारी के गत 16 महीनों के दौरान हरियाणा पुलिस के अधिकारियों और कर्मियों द्वारा किए गए अनेक वीरतापूर्ण कार्य को चित्रों द्वारा दर्शाती है, और उन 49 पुलिस शहीदों को श्रद्धांजलि भी देती है जिन्होंने अपनी ड्यूटी के दौरान संक्रमित होने के कारण शहादत प्राप्त की। पुस्तक में विशेष रूप से पुलिस विभाग के ’कर्मवीर’ – उन अधिकारियों और जवानों को शामिल किया गया है जिन्होंने पिछले 16 महीने में लॉकडाउन को लागू करते हुए नागरिकों की सहायता करके उन्हें कोविड-19 सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूक करने के लिए अपने दायित्वों से बढकर कार्य किया।
इस अवसर पर महामारी की रोकथाम में पुलिस विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि इस चुनौतीपूर्ण अवधि के दौरान हरियाणा पुलिस और उसके नेतृत्व द्वारा प्रदर्शित समर्पण और कड़ी मेहनत सराहनीय है। पुलिस ने न केवल महामारी को नियंत्रित करने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यों में कुशलता से कार्य किया, बल्कि राज्य में विभिन्न प्रकार की कानून व्यवस्था की स्थिति की अतिरिक्त चुनौती को भी संभाला।
गृह मंत्री श्री अनिल विज ने भी इस बात का विशेष रूप से उल्लेख किया कि महामारी के नियंत्रण और संक्रमण दर को कम करने में हरियाणा पुलिस की सबसे बड़ी भूमिका थी।
डीजीपी हरियाणा श्री मनोज यादव द्वारा लिखी गई प्रस्तावना में महामारी के दौरान पुलिस की अहम भूमिका का अवलोकन हैं। इसमें कहा गया है कि लॉकडाउन को सख्ती से लागू करने के अलावा लोगों को राहत देने में हरियाणा पुलिस की अहम भूमिका रही। इसके अतिरिक्त, इस कठिन समय में पुलिसिंग का मानवीय चेहरा सामने आया जिसमें हरियाणा पुलिस के 50,000 मजबूत बल ने कोरोनावायरस का मुकाबला करने में मदद करने के लिए चैबीसों घंटे कार्य किया जिसे कॉफी टेबल बुक के माध्यम से संकलित किया गया। कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हरियाणा पुलिस के 6500 से अधिक पुलिसकर्मियों में से 49 ने अपनी कर्तव्य की वेदी पर सर्वोच्च बलिदान दिया। हरियाणा पुलिस की ’अनटोल्ड स्टोरीज’ पुस्तक भी शहीदों द्वारा राष्ट्र और राज्य के लोगों की सेवा में दर्शाए गए समर्पण और निष्ठा को सलाम करती है।
इस कॉफी टेबल बुक में नागरिक प्रशासन के सहयोग से चलाए गए सीआईडी के ऑपरेशन संवेदना की एक झलक हरियाणा पुलिस के जवानों द्वारा हजारों मजदूरों और प्रवासी श्रमिकों को भोजन, आश्रय और यात्रा सहायता प्रदान करने वाले दृश्यों के माध्यम से भी देखी जा सकती है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से अध्यक्ष, हरियाणा विधानसभा श्री ज्ञानचंद गुप्ता, मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी एस ढेसी, एसीएस होम श्री राजीव अरोड़ा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल, उपायुक्त विनय प्रताप सिंह, पुलिस आयुक्त सौरभ सिंह, पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा, एस डी एम ऋचा राठी, मुख्यमंत्री के मीडिया कोऑर्डीनेटर रमनीक सिंह मान सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी उपस्थित रहे।

“हरियाणा -112 आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली“ की शुरुआत एक क्रांतिकारी कदम -गृह मंत्री अनिल विज
मुख्यमंत्री ने “हरियाणा -112 आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली“ की शुरुआत- गृह मंत्री
इस परियोजना पर लगभग 300 करोड़ रुपये का खर्च, जिसमें कॉल सेंटर, सॉफ्टवेयर के साथ- साथ 630 नई इंनोवा गाड़ियां भी खरीदी- अनिल विज
इस प्रणाली में चार भाषाओं के जानकार कर्मियों को किया तैनात, जिनमें हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी और हरियाणवी शामिल- गृह मंत्री अनिल विज
कोविड के दौरान हरियाणा पुलिस का कार्य सराहनीय- अनिल विज
पंचकूला, 12 जुलाई- हरियाणा के गृह मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि आज किसी भी प्रदेश की तरक्की औद्योगिकीकरण की वजह से होती है औद्योगिकरण उसी प्रदेश में पनपता है, जहां की कानून व्यवस्था अच्छी हो, इसलिए आज हम आम आदमी की बहाली के लिए एक कदम और आगे बढ़ा रहे हैं और इस कड़ी में हरियाणा के लोगों को आज मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने “हरियाणा -112 आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली“ की शुरुआत की। यह प्रणाली 13 जुलाई प्रातः 8ः00 बजे से पूरे राज्य में शुरू हो जाएगी।
श्री विज आज यहां पंचकूला में “हरियाणा -112 आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली“ की शुरुआत के अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद गुप्ता भी उपस्थित थे
श्री विज ने अपने जीवन को याद करते हुए बताया कि उनकी 52 साल की पब्लिक लाइफ़ हो चुकी है और जब कभी भी कोई घटना या दुर्घटना हुई, तो आदत के अनुसार वे वहां पहुंचे हैं और लोगों ने एक ही शिकायत उनसे की है कि पुलिस समय पर नहीं आई। इसी प्रकार, इंडियन सिनेमा ने भी पुलिस की छवि को खराब करने का काम किया है और फिल्मों में हमेशा यही दिखाया जाता रहा है, कि पुलिस हमेशा घटना के काफी देर तक पहुंचती है। लेकिन आज हम हरियाणा में एक क्रांतिकारी कदम उठाने जा रहे हैं और आज इसी कड़ी में “हरियाणा -112 आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली“ की शुरुआत की जा रही है।
गृह मंत्री श्री विज ने हरियाणा के लोगों को वचन देते हुए कहा कि हरियाणा के लोगों की मांग और पीड़ित तक पुलिस की गाड़ी 15 से 20 मिनट में पहुंचेगी और अपराधियों के हौसले पस्त होंगे।विज ने कहा कि इस परियोजना पर लगभग 300 करोड़ रुपये का खर्च आया है जिसमें कॉल सेंटर, सॉफ्टवेयर के साथ- साथ 630 नई इंनोवा गाड़ियां भी खरीदी गई है। इन गाड़ियों में से प्रत्येक पुलिस थाने को दो-दो गाड़ियां उपलब्ध करवाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने आज इन गाड़ियों को हरी झंडी दिखा कर रवाना कर दिया है और आज शाम तक ये गाड़ियां अपने गन्तव्य स्थान तक पहुँच जाएगी। उन्होंने बताया कि कल यानि 13 जुलाई प्रातः 8 बजे से ये प्रणाली शुरू हो जाएगी।
श्री विज ने बताया कि “हरियाणा -112 आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली“ में चार भाषाओं के जानकार कर्मियों को तैनात किया गया है जिनमें हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी और हरियाणवी शामिल है क्योंकि हरियाणा बहुभाषी प्रदेश है यहां कई भाषाओं में काम करने वाले लोग रहते है। उन्होंने कहा कि हरियाणवी भाषा को भी इसमें शामिल किया गया है और हमारी सरकार ने ही हरियाणावी की कदर और चिंता पहली बार की है इसलिए हरियाणा के किसी भी कोने से इन चार भाषाओं में कोई भी कॉल आती है तो उसे अटेंड किया जाएगा। इसके अलावा, हम विदेशी भाषा की व्यवस्था भी करने जा रहे हैं ताकि किसी भी कॉल को अटेंड करने से छोड़ा ना जा सके। श्री विज ने बताया कि इस प्रणाली के तहत किसी भी फोन कॉल, एसएमएस पर शिकायत सुनी जाएगी और शिकायत करने वाले का कॉल सेंटर में लोकेशन पता लगेगी और उससे नजदीक वाली गाड़ी को घटना पर पहुंचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन गाड़ियों में फस्र्ट ऐड, स्ट्रेचर इत्यादि का भी प्रावधान किया गया है और इसके अलावा इस गाड़ी में ऐसी व्यवस्था भी की गई है जो सीन का अवलोकन करने के पश्चात एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड को जरूरत अनुसार कमांड देने का भी काम करेगी। श्री विज ने बताया कि आपदा की सुविधा को जोड़ने पर भी इस नंबर सेवा पर विचार किया जा रहा है।

श्री विज ने कहा कि हरियाणा पुलिस विभाग अब हाईटेक होने जा रहा है क्योंकि इस प्रणाली के तहत पारदर्शिता बढ़ेगी और यह रिकॉर्डेड भी होगी। इस प्रणाली की वजह से जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी क्योंकि इसकी निगरानी सिस्टम करेगा और सिस्टम किसी से भेदभाव नहीं करता है। उन्होंने कहा कि हर महीने समीक्षा भी की जाएगी और एक महीने में कितनी गाड़ियां कितने समय पर घटनास्थल पर पहुंची और इस सिस्टम में जिलों को भी जोड़ा जाएगा।उन्होंने कहा कि इससे कानून व्यवस्था में सुधार आएगा और कानून व्यवस्था को एक बहुत बड़ा बूस्ट भी मिलने वाला है। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली के आने से आम आदमी भी अपने आप को सुरक्षित मान सकता है क्योंकि पुलिस उसके पीछे – पीछे चल रही है जो उस तक पहुंचने में केवल 15 मिनट का समय लेगी और कोई भी व्यक्ति राज्य में निर्भीक होकर अपना काम-धंधा कर सकता है।
गृह मंत्री अनिल विज ने कोविड की दूसरी लहर का जिक्र करते हुए कहा कि कोविड की दूसरी लहर के दौरान एक दिन ऐसा भी था, जब संक्रमण के 15 से 16 हजार केस राज्य में आया करते थे और यह अब घटकर 56 हो गए हैं। इसके पीछे पुलिस के जवानों की दिनरात की मेहनत है। उन्होंने कहा कि हमने नियम- कायदे बनाये, गैदरिंग के लिए समय सीमा तय की और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हरियाणा पुलिस के जवानों ने दिन-रात मेहनत करते हुए अपनी जिंदगी की परवाह किए बिना इस संक्रमण को रोकने में अपने अहम भूमिका निभाई। श्री विज ने कहा कि इस दौरान बहुत से कर्मचारी संक्रमित हुए और शहीद भी हुए, लेकिन इस अदृश्य दुश्मन से लड़ने के लिए पुलिस ने अपनी एक बड़ी भूमिका अदा की है।
श्री विज ने कहा कि इस प्रणाली के शुरू होने पर हरियाणा के वासियों को इसका दिल से स्वागत करना चाहिए क्योंकि हरियाणा पुलिस हमेशा अपनी जान की परवाह किए बिना प्रदेशवासियों की सेवा, सुविधा और सुरक्षा के लिए लगी रहती है।
इस मौके पर हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद गुप्ता, मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डीएस ढेसी, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ अमित कुमार अग्रवाल, पुलिस महानिदेशक मनोज यादव, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एएस चावला , उपायुक्त विनय प्रताप सिंह, पुलिस आयुक्त सौरभ सिंह, पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा, एस डी एम ऋचा राठी, मुख्यमंत्री के मीडिया कोऑर्डीनेटर रमनीक सिंह मान
सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।