जिला में मंगलवार को 234 मामले पोजिटिव आए। इनमें 174 पंचकूला के है. -आहूजा
पंचकूला 10 सितम्बर – उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि जिला में मंगलवार को 234 मामले पोजिटिव आए। इनमें 174 पंचकूला के है। अब तक जिला में कुल 4761 मामले आए हैं जिनमें से 3632 पंचकूला के हैं। इनमें से 2409 कोरोना रोगी ठीक हो गए हैं तथा अब जिला में 1187 मामले एक्टिव रह गए है और 49653 व्यक्तियों के आरटी, पीसीआर, रेपिड एंटीजन नमूने लिए गए।
उपायुक्त ने बताया कि जिला के गांव अभयपुर, हरीपुर, भरेली, चैंकी, कर्णपुर, सैक्टर 1, 2, 7, 14, 18, 26, 28 में एक एक, खटौला , टिपरा, सैक्टर 6, 11, 17, में 2-2, अमरावती एन्कलेव, एमडीसी सैक्टर 5, सैक्टर 4, 9, रायपुररानी, में 3-3, बरवाला, राजीव कालोनी, में चार- चार, सैक्टर 12 ए में 5-5, सैक्टर 16 में 6, सैक्टर 21 में 7, सैक्टर 25 में 8, सैक्टर 10 में 10, सैक्टर 8 में 13, कालका, सैक्टर 20, में 11, सैक्टर 19 में 14, सैक्टर 15 में 17 पिंजौर में 22, मामले पोजिटिव आए है। इन क्षेत्रों को कंटेनमेंट किया जा रहा है।
पंचकूला 10 सितम्बर – उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि सरकार अब किसानों के लिए मनरेगा में एक और नई लाभदायक योजना लेकर आई है, इससे जहां फसलों के उत्पादन में प्रयोग किए जाने वाले उनके रासायनिक खाद का खर्च कम होगा वहीं आर्गेनिक अनाज की पैदावार होने से जिला के लोगों में कोविड-19 जैसी महामारी से लडने की क्षमता भी अधिक विकसित होगी।
उपायुक्त ने बताया कि इस योजना के तहत देशी खाद बनाने के लिए जमीन में जो गड्डे खोदे जाते हैं वे मनरेगा के तहत फ्री में खोदे जाएगें। इससे जहां मजदूरों को उनका मेहनताना मिलेगा, वहीं किसानों को मुफ्त में देशी खाद उपलब्ध होगी जिसका प्रयोग वे अपनी जोत भूमि में कर सकेंगे। इस प्रकार किसानों की भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी, साथ ही, गांव गांव में स्वच्छता को भी बढ़ावा मिलेगा।
उपायुक्त ने बताया कि ग्रामीण विकास विभाग ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत गांवों में देशी खाद के लिए गांवों के घेर, खाली स्थान, सडक किनारे, खेत आदि स्थानों पर गड्ढे खोदे जाएंगे। इन गड्ढे में किसान अपने पशुओं का गोबर व घर का कूड़ा-कर्कट डालेगें, जो बाद में जैविक खाद बन जाएगा। यह खाद फसलों का उत्पादन बढ़ाने में कारगर सिद्व होगी।
उपायुक्त ने बताया कि आजकल किसान अधिक उत्पादन लेने के लिए रासायनिक खाद का प्रयोग कर रहे हैं, जिससे लगातार भूमि के पोषक तत्त्व समाप्त हो रहे हैं। भूमि की उर्वरा शक्ति केवल जैविक खाद से ही बढ़ाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि अक्सर देखने में आता है कि गांव के लोग साफ-सफाई करके कुड़ा-कर्कट का ढ़ेर गांव के बाहर लगा देते हैं। इससे जहां गंदगी फैलती है वहीं सडक पर कूड़ा बिखरा होने से दुर्घटना का खतरा भी बना रहता है।
उन्होंने बताया कि लोगों की मांग के अनुसार मनरेगा योजना के तहत छोटे, मध्यम व बड़े साइज के गड्डे खोदे जाएंगे जिनका उपयोग व्यक्तिगत, डेयरी अथवा गौशाला के लिए तैयार किया जा सकेगा। इन गड्डों में जहां गांव के लोग अपने पशुओं का गोबर डाल सकेंगे वहीं आस-पास की सफाई करके उसमें गलने वाला कुड़ा-कर्कट भी डाला जा सकेगा।
उपायुक्त ने बताया कि ग्रामीणों को वैज्ञानिक ढ़ंग से जैविक खाद बनाने का तरीका भी समझाया जाएगा ताकि वे अच्छे से खाद बना सकें। उन्होंने बताया कि इस जैविक खाद से न केवल फसल जल्द विकसित होगी, बल्कि फसल की जड़ों को आयरन भी भरपूर मात्रा में मिलेगा। यह पौधे की जड़ों को नाइट्रोजन व कैल्शियम प्रदान करने में भी काफी मदद करता है।
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पंचकूला 10 सितम्बर – उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने कहा कि चिकित्सक कोरोना पोजिटिव के साथ बेहतर ढंग से व्यवहार करें और उन्हें ऐसी बेहतर चिकित्सा सेवाएं मुहैया करवाए ताकि सरकारी अस्पतालों की ओर अधिक इमेज बढे। इसके साथ ही रोगी निजी अस्पतालों में जाने से भी गुरेज करे।
उपायुक्त जिला सचिवालय के सभागार में चिकित्सकों के साथ बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार कोरोना पोजिटिव के धन की भी बचत होगी ओर चिकित्सकों की भी पहचान बढेगी। उन्होंने कहा कि होम आईसोलेशन को लेकर जिला स्तर पर स्थापित कंट्रोल रूम के माध्यम से हर कोरोना रोगी तक पहंुच सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. दलीप मिश्रा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है।
उन्होंने कहा कि यह कमेटी दिन में कम से कम चार बार होम आईसोलेशन वालों के साथ बातचीत करेगी। इसके अलावा रोगी की सही समय पर जांच पड़ताल के साथ तुरन्त स्वास्थ्य लाभ भी सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि आईएमए के साथ बेहतर मैपिंग की जाए ओर हर चार घण्टें में होम आईसोलेशन की समरी बनाई जाए।
उपायुक्त ने कहा कि होम आईसोलेशन वाले प्रत्येक व्यक्ति को होम आईसोलशन की गाईड लाईन की जानकारी जिला स्तरीय कमेटी के पदाधिकारी देंगें। उन्होंने कहा कि रोगी को समय पर घर से अस्पताल पहुंचाने के लिए संबधित सरंपचों के साथ साथ अन्य मौजिज व्यक्तियों को भी जागरूक किया जाए। होम आईसोलेशन वालों के लिए आॅडियो बनाई जाए जिसमें उसे पूरी जानकारी हासिल हो सके।
बैठक में नगराधीश धीरज चहल, सिविल सर्जन डा. जसजीत कौर, डा. मीनू, डा. राजीव, डा. मलकीत, डा. अर्चना, डा. अंजलि सहित कई चिकित्सक मौजूद थे।
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पंचकूला 10 सितम्बर – उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने कहा कि अधिकारी नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के दिशा निर्देशों की पालना सुनिश्चित करें ताकि पर्यावरण शुद्ध रहे और लोगों को स्वच्छ वातावरण उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि एनजीटी के आदेश दैनिक जीवन में बहुत महत्वपूर्ण हैं। इसलिए इनका प्रति माह अवलोकन किया जाएगा।
उपायुक्त जिला सचिवालय के सभागार में जिला स्तरीय स्पेशल टास्क फोर्स कमेटी की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने स्टेंच ग्रिप मनसा सेकरड घग्गर नदी के पर्यावरण को लेकर भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय कमेटी के सिंचाई, जनस्वास्थ्य, पर्यावरण विभाग के पदाधिकारी संबधित एसडीएम के साथ हर माह 5-5 उद्योग एवं एसटीपी की जांच कर रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपंेगे। उन्होंने सहायक भूमि सरंक्षण अधिकारी को निर्देश दिए कि वह वाटर हारवेस्टिंग पर प्रोजैक्ट बनाकर सौंपे ताकि उस पर कार्य किया जा सके। इसके लिए किसानों की भूमि अधिक से अधिक सिंचित होनी चाहिए।
उपायुक्त ने कहा कि बायो वेस्ट की तर्ज पर ई वेस्ट के डिस्पोजल को लेकर भी योजना बनाई जाए। इसके लिए नगर निगम नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करेगी। यह एजेंसी ऐसे स्थानों की पहचान के अलावा एकत्र करना तथा उसके डिसमेंटल के लिए भी विस्तार से कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, जनस्वास्थ्य विभाग, सिंचाई विभाग ऐसी योजना बनाएं जिसमें उनके एसटीपी में प्रदूषण का लेवल 10 एमएलडी तक लाया जा सके।
बैठक में सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कालका व पिंजौर में एसटीपी से सिचांई की योजना बनाई जा रही है इसमें पम्प से सिंचाई के साथ सूक्ष्म सिंचाई परियोजना से किसानों की 1200 एकड़ भूमि पर सिंचाई की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि एमआरएफ एवं वेस्ट की फ्रीक्वेंसी बढाने बारे भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बैठक में सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट, पलास्टिक वेस्ट सहित प्रदूषण संबधी कई अन्य विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
इस मौके पर एसडीएम कालका राकेश संधु, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी कवंर दमन सिंह, संयुक्त आयुक्त नगर निगम संयम गर्ग, क्षेत्रीय अधिकारी पर्यावरण वीरेन्द्र पूनिया, कार्यकारी अभियंता सिंचाई, जनस्वास्थ्य, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।