बढते हुए प्रदूषण के कारण विश्व स्तर पर अनेक समस्याएं उत्पन्न हो रही है-कवंर पाल.
मोरनी/पंचकूला 5 अगस्त- हरियाणा के शिक्षा के वन मंत्री कवंर पाल ने कहा कि बढते हुए प्रदूषण के कारण विश्व स्तर पर अनेक समस्याएं उत्पन्न हो रही है। इन समस्याओं के समाधान के लिए हरियाली बढाकर पर्यावरण को दूषित होने से बचाना है तथा मौसम को जीवन के अनुकूल बनाना है।
वन मंत्री मोरनी खण्ड के गांव चुड़ी में वन विभाग की ओयाजित वृक्षारोपण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने पौधारोपण कर लोगों को प्रोत्साहित किया और उन्हें रक्षासूत्र बांधकर ज्यादा से ज्यादा से पौधों को लगाकर उनकी सुरक्षा करने का भी संकल्प करवाया। उन्हांेने क्षेत्र के सरपंचों, स्वंय सहायता समूहों, एवं अन्य लोगों कोे अपने हाथों से 3000 आम, निम्बु एवं औषधिय पौधे वितरित किए। उन्होंने स्वंय सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टाल का भी अवलोकन किया और उन्हें हल्दी, मक्की के आटे का करोबार बढाने के लिए बेहतर मार्केटिंग पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में वृक्ष क्षेत्र के भौगोलिक क्षेत्र का 20 प्रतिशत करने के लिए बड़े स्तर पर औषधिय एवं फलदार पौधे लगाए जा रहे हैं। वर्तमान में प्रदेश में कुल 7 प्रतिशत वन क्षेत्र है। इसके लिए प्रत्येक गांव की देह आबादी, शहरों की खाली जमीन, पंचायती भूमि, गुरूद्वारों,मंदिरों, शमशान घाट, शिक्षण संस्थाओं की भूमि पर अधिक से अधिक पौधारोपण करना है। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश के 1126 गांवों की भूमि का चयन पौधारोपण के लिए किया है।
वन मंत्री ने कहा कि चुडी गांव के प्राकृतिक सौंदर्याकरण की प्रंशषा करते हुए कहा कि हमारा प्रयास इस क्षेत्र के लोगों की आमदनी को बढाना है ओर इसे अच्छे प्रर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना है। उन्होंने ग्रामीणों से अनुरोध किया कि वे सरकार के सहयोग से पर्यटकों के लिए 20-30 कमरे बनवाएं ताकि पर्यटक को होटलों की तर्ज पर बेहतर सेवाएं मिल सके। उन्होंने लोगों से इस बारे अपने सुझाव भेजने का भी अनुरोध किया ताकि सरकार उनके लिए जनकल्याण की योजना बनाकर ग्रामीणांे की मदद कर सके।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रधान मुख्य वन सरंक्षक अमरिन्द्र कौर ने कहा कि इस वर्ष कोविड के चलते औषधिय पौधों पर विशेष बल दिया जा रहा है। इसलिए लोगों को आंवला, नीम, बेल पत्थर, जामून, अमरूद, कदम, पीपल, बहेडा, आदि के पौधे रोपित करें। विभाग की ओर से भी औषधिय पौधों बांटने का कार्य किया जा रहा है। वरिष्ठ सलाहाकार मुद्रा एवं जन सरंक्षण डा. एस. एस. ग्रेवाल ने इलाके की समस्याओं बारे मंत्री को अवगत करवाया।
समारोह में प्रधान मुख्य वन सरंक्षक अधिकारी पंचकूला आलोक वर्मा, मुख्य वन सरंक्षक जी रमन, वन विकास निगम के प्रबंधक निदेशक जगदीश चंद्र, वन मण्डल अधिकारी रामकुमार, एडीएफओ अनिता, मुख्य प्रचार अधिकारी धर्मबीर, वन रजिक अधिकारी राजीव कम्बोज, सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
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पंचकूला 5 अगस्त- महिलाओं और बच्चों के सर्वांगीण विकास पर विशेष बल देने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने ‘मुख्यमंत्री दूध उपहार’ योजना और ‘महिला एवं किशोरी सम्मान योजना’ का वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से शुभारंभ किया।
उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा नेें योजनाओं के तहत 5 गरीब परिवारों व गर्भवती महिलाओं कोे स्किम्ड मिल्क पाउडर और सैनिटरी नैपकिन के पैकेट वितरित किए गए। उन्होंने ‘मुख्यमंत्री दूध उपहार’ योजना और ‘महिला एवं किशोरी सम्मान योजना का ब्रोशर और पोस्टर भी जारी किये। जिला के खण्ड मोरनी, बरवाला, रायपुररानी, पिंजौर में भी इस योजना का शुभारम्भ किया गया।
उपायुक्त ने कहा कि जिला में मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना को फ्लैगशिप कार्यक्रमों में शामिल करें और संबंधित जिलों में महिलाओं और बच्चों में एनीमिया और कुपोषण की समस्या को दूर करने के लिए अथक प्रयास करें। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत 1 से 6 वर्ष तक के बच्चों तथा गर्भवती व दूध पिलाने वाली माताओं को फोर्टिफाइड सुगंधित स्किम्ड मिल्क पाउडर दिया जाएगा। इसके अलावा ‘महिला एवं किशोरी सम्मान योजना’ के तहत जिला के बीपीएल परिवारों की 10-45 वर्ष तक की किशोरियों व महिलाओं को मुफ्त सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध करवाए जाएंगे।
उपायुक्त ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत आँगनवाड़ी केन्द्रों में 1 से 6 वर्ष तक के बच्चों तथा गर्भवती व दूध पिलाने वाली माताओं को सप्ताह में 6 दिन 200 मिलीलीटर प्रतिदिन सुगंधित स्किम्ड मिल्क दिया जायेगा। यह दूध अन्य पौष्टिक तत्वों जैसे प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, बी-12 के साथ-साथ विटामिन-ए और डी से युक्त होगा, जो शरीर में सूक्ष्म तत्वों व विटामिन की पूर्ति करेगा। यह दूध 6 प्रकार के स्वाद में होगा।
उन्होंने कहा कि ‘महिला एवं किशोरी सम्मान योजना’ के तहत महिलाओं और किशोरियों को एक साल तक हर महीने मुफ्त सैनिटरी नैपकिन का एक पैकेट दिया जाएगा, जिसमें 6 नैपकिन होंगे। इसके अलावा, शिक्षा विभाग ने भी एक योजना तैयार की है जिसके तहत छात्राओं को हर महीने 6 सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराए जाएंगे। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी सरोज नैन व सुपरवाईजरों ने भाग लिया।
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