कालका से रवाना हुई कटिहार के लिए रेलगाड़ी लगभग 1300 प्रवासी मजदूर हुए सवार.
कलका/पंचकूला, 26 मई- जिला सेे प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य स्थल तक भेजने के लिए रायपुररानी, रामगढ, बरवाला, सैक्टर 15 आदि स्थलों से एकत्र करके 45 बसों मंें कालका रेलवे स्टेशन पर ले जाया गया। इसके बाद उन्हें कटिहार की रेलगाड़ी में रवाना किया गया। कटिहार रेलगाड़ी में छपरा, मोतीहारी, गोपालगंज, मधुवनी, सुपौल, सिवान, अररिया, पूर्णिया, सहारसा, खगड़िया, दरबंगा, समस्तीपुर, पटना आदि आसपास के रहने वाले लगभग 1300 प्रवासी मजदूरों के परिवारों को भेजा गया है।
पंचकूला से कटिहार के लिए चलने वाली रेलगाड़ी में पहले सभी प्रवासी मजदूरों के रेलवे स्टेशन पर सेनीटाईजर से हाथ धुलवाए और उसके बाद पानी, भूने हुए चने एवं खाना प्रदान किया।इसके अलावा छोटे बच्चों के लिए फु्रटी की विशेष व्यवस्था की गई। इस दौरान प्रवासी मजदूरों के मन में बड़ी खुशी की लहर थी और वे बार बार जिला प्रशासन एवं हरियाणा सरकार शुक्र्रिया अदा कर रहे थे। अधिकांश मजदूर बार बार चढने से पहले रेलगाड़ी को भी नमन कर रहे थे और कालका की धरती को भी बडे ही भावुक होकर छू रहे थे। इस दौरान उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक रहे थे।
प्रवासी मजदूरों के लिए जिला प्रशासन की ओर से प्रर्याप्त मात्रा में खाने का पं्रबध किया गया। इसके अलावा उनके लिए पानी का भी उचित प्रबंध किया गया। सरकार की ओर से प्रवासी मजदूरों के लिए निशुल्क रेलगाड़ी चलाई गई। पंचकूला के आस पास के प्रवासी मजदूरों का ताऊ देवीलाल स्टेडियम में स्क्रेेनिंग एवं मेडिकल की गई। इसी प्रकार कालका, पिजौर, सकेतड़ी क्षेत्र के प्रवासी मजदूरों की स्क्रेनिंग एवं मेडिकल का कार्य उनके नजदीक स्वास्थ्य केंद्रों में किया गया।
उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि रेलगाड़ी में बैठाने से पूर्व उन्हें जिला के विभिन्न शैल्टर होम से बसों में उचित दूरी का पालन करते हुए कालका रेलवे स्टेशन पर ले जाया गया। उन्होंने बताया कि प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य स्थल तक जाने के लिये किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिये प्रशासन द्वारा आवश्यक प्रबंध किये गये।
उपायुक्त ने बताया कि कालका ले जाने से पूर्व बसों को पूर्ण रूप से सेनिटाईज किया गया। जिला के विभिन्न क्षेत्रों में तैनात इन्सिडेंट कमांडरों के माध्यम से इन प्रवासी मजदूरों को समय पर सूचित कर स्क्रेनिंग एवं मेडिकल जांच करने का कार्य किया गया।
एसडीएम कालका राकेश संधु, तहसीलदार वीरेन्द्र गिल ने रेलगाड़ी को देर रात्रि हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया और सभी प्रवासी मजदूरों ने जोरदार तालियों की गडगडाहट के साथ सभी प्रशासनिक अधिकारियों का आभार जताया।
इस अवसर पर पुलिस एसडीएम पंचकूला धीरज चहल, जिला राजस्व अधिकारी रामफल कटारिया, भगत सिंह, विशाल सैनी, एन के पायल, तहसीलदार जोगेन्द्र शर्मा सहित कई इंसीडेंट कमाण्डर एवं प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
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कालका से रवाना हुई बिहार की दूसरी रेलगाड़ी
1367 प्रवासी मजदूर लोटे अपने वतन
सभी के लिए टिकेट व भोजन का किया प्रबंध
कालका/पंचकूला 26 मई। भारत माता की जय एवं वन्दे मातरम् के जय घोष और जोरदार तालियों की गड़गड़ाहट के साथ कालका से रवाना हुई दरबंगा के लिए दुसरी रेलगाड़ी। I
लगभग 1367 प्रवासी मजदूर सवार होकर अपने वतन को लोटे।
एसडीएम राकेश संधु डीआरओ रामफल कटारिया व तहसीलदार वीरेन्द्र गिल जोगेंद्र सिंह ने दिखाई हरी झण्डी।
जिला सेे प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य स्थल तक भेजने के लिए जिला के विभिन्न क्षेत्रों से एकत्र करके बसों में कालका रेलवे स्टेशन पर ले जाया गया। इसके बाद उन्हें दरबंगा व कटिहार आदि के लिए रेलगाड़ी में रवाना किया गया। रेलगाड़ी में छपरा, मोतीहारी, गोपालगंज, मधुवनी, सुपौल, सिवान, अररिया, पूर्णिया, सहारसा, खगड़िया, दरबंगा, समस्तीपुर, पटना आदि आसपास के रहने वाले प्रवासी मजदूरों के परिवारों को भेजा गया है। इनमे 10 साल से छोटे बच्चो को गणना में शामिल नही किया गया।
पंचकूला से दरबंगा कटिहार के लिए चलने वाली रेलगाड़ी में पहले सभी प्रवासी मजदूरों के रेलवे स्टेशन पर सेनीटाईजर से हाथ धुलवाए गए और उसके बाद पानी, भूने हुए चने एवं भोजन के पैकेट प्रदान किए गए। इसके अलावा छोटे बच्चों के लिए फ्रूटी की विशेष व्यवस्था की गई। इस दौरान प्रवासी मजदूरों के मन में खुशी का आलम था।
प्रवासी मजदूरों के लिए जिला प्रशासन की और से प्रवासी मजदूरों के लिए निशुल्क रेलगाड़ी की टिकेट प्रदान की गई । पंचकूला के आस पास के प्रवासी मजदूरों का ताऊ देवीलाल स्टेडियम में स्क्रेेनिंग एवं मेडिकल की गई। इसी प्रकार कालका, पिजौर, सकेतड़ी क्षेत्र के प्रवासी मजदूरों की स्क्रेनिंग एवं मेडिकल का कार्य उनके नजदीक स्वास्थ्य केंद्रों में किया गया।
उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि रेलगाड़ी में बैठाने से पूर्व उन्हें जिला के विभिन्न शैल्टर होम से बसों में उचित दूरी का पालन करते हुए कालका रेलवे स्टेशन पर ले जाया गया। उन्होंने बताया कि प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य स्थल तक जाने के लिये किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिये प्रशासन द्वारा पुख्ता प्रबंध किये गये।
उपायुक्त ने बताया कि कालका ले जाने से पूर्व बसों को पूर्ण रूप से सेनिटाईज किया गया। जिला के विभिन्न क्षेत्रों में तैनात इन्सिडेंट कमांडरों के माध्यम से इन प्रवासी मजदूरों को समय पर सूचित कर स्क्रेनिंग एवं मेडिकल जांच करने का कार्य किया गया। इस प्रकार दो रेलगाड़ियों के माध्यम से 2700 प्रवासी मजदूरों को अपने प्रदेश भेजा जा चुका है। इसके अलावा पंचकुला से यूपी के अधिकांश मजदरों को भी बसो में भेजा गया है।
इस अवसर पर भगत सिंह, विशाल सैनी, एन के पायल सहित कई इंसीडेंट कमाण्डर एवं प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।