नोटबंदी के समर्थन को लेकर रविवार को भाजपा कार्यकत्र्ताओं के हजूम लेकर पिंजौर यादविन्द्रा गार्डन तक पैदल समर्थन मार्च निकाला.
पंचकूला/कालका/पिंजौर, 27 नवम्बर ()। कालका की विधायक लतिका शर्मा ने नोटबंदी के समर्थन को लेकर रविवार को भाजपा कार्यकत्र्ताओं के हजूम के साथ कालका स्थित माता काली देवी मंदिर से लेकर पिंजौर यादविन्द्रा गार्डन तक पैदल समर्थन मार्च निकाला और लोगों को नोटबंदी का महत्व समझाया। इस मौके पर वरिष्ठ भाजपा नेता सुभाष शर्मा, जिला परिषद् चेयरपर्सन रितू सिंगला, वाईस चेयरपर्सन बबली मांधना, मार्किट कमेटी चेयरमैन सुच्चा राम माजरा, मंडल अध्यक्ष इन्द्र कुमार, सुनील सिंह, संजीव कौशल, युवा मोर्चा के सचिव किशोरी शर्मा, जिला परिषद् सदस्य जसबीर कौर व कर्मवीर, पिंजौर के मंडल अध्यक्ष सुनील धीमान, रामरत्न शर्मा, महामंत्री दीपक सैनी, भाजपा नेत्री सुनीता, विजय कालिया सहित जिले भर से भारी संख्या में बीडीसी मैंबर, चेयरमैन और गांवों के सरपंच और क्षेत्रिय लोग भी नोटबंदी मार्च में शामिल हुए।
इससे पूर्व कालका में भारी महिलाओं और लोगों की एक जनसभा को संबोधित करते हुए कालका विधायक लतिका शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी की दिशा में बड़ा ही साहसिक निर्णय लिया है, ताकि भविष्य को इस दिशा में बेहतर सुधारा जा सकें। उन्होंने कहा कि विपक्ष द्धारा अफवाहें फैलाई जा रही है कि 28 नवम्बर को बाजार बंद रहेगें यह उचित बात नही है, क्योंकि देश के लोग प्रधानमंत्री के नोटबंदी के फैसले पर खुश है और इस दिशा में देश के 95 फीसदी लोगों ने स्वागत किया है। इसके साथ-साथ विश्व के कई देशों ने भी प्रधानमंत्री द्धारा इस साहसिक निर्णय की सराहना की है।
लतिका शर्मा ने कहा कि नोटबंदी के समर्थन में काली माता के असीम आर्शीवाद से मंदिर से आज भाजपा कार्यकत्र्ता विशाल मार्च निकालकर दुकानदारों से आग्रह किया गया कि वे कालेधन और जमाखोरी, सट्टेबाजी, भ्रष्टाचार पर नकेल कसने और देश के विकास एवं जनहित के लिए अपनी दुकानें खुली रखें। यह विशाल पदयात्रा कालका के बाजारों से मोदी तुम संघर्ष करो, हम तुम्मारे साथ है और जय माता के नारों के साथ लगभग 12 किमी विधायक लतिका शर्मा के नेतृत्व में यह भारी हजूम पिंजौर तक पहुंचा और इस दौरान कार्यकर्ताओं में भारी जोश था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बढ़ती हुई लोकप्रियता को सहन नही कर पा रहे है और वो प्रधानमंत्री के नोटबंदी के फैसले से इसलिए आहत है, क्योंकि इस फैसलें से इनकी राजनीतिक दुकान बंद हो सकती है।