जिला पंचकूला में 01 नवम्बर, 2016 से अनुसंधान विंग व कानून एवं व्यवस्था विंग, पायलट प्रौजक्ट के रूप में लागू। पुलिस कमिष्नरेट, पंचकूला, दिनांक 31.10.2016 (.) डाॅ0 आर.सी. मिश्रा, एडीजीपी, पुलिस कमिश्नर, पंचकूला ने एक प्रैस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी दी है कि हरियाणा पुलिस द्वारा हरियाणा स्र्वण जयंती के उपलक्ष पर दिनांक 01 नवम्बर, 2016 से अनुसंधान विंग व कानून एवं व्यवस्था विंग को अलग-अलग किया जाकर कमिष्नरेट पंचकूला में पायलट प्रौजक्ट के तौर पर लागू किया जा रहा है। प्रत्येक थाना व चैकी के अन्र्तगत अनुसंधान विंग व कानून एवं व्यवस्था विंग बनाया गया है। अनुसंधान विंग के अन्तर्गत तैनात पुलिस अधिकारी/कर्मचारी अभियोगो का अनुसंधान, थाना में प्राप्त परिवादो को निपटाने, पासपोर्ट व चरित्र सत्यापन का कार्य करेगें। कानून एवं व्यवस्था विंग के अन्तर्गत तैनात पुलिस अधिकारी/कर्मचारी जिला में कानून व्यवस्था एवं शान्ति बनाए रखने, वी.आई.पी. डियूटि, पट्रोलिंग व ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाने का कार्य करेगें। पुलिस कमिश्नर ने यह भी बतलाया कि इस पायलट प्रौजक्ट को लोगों की सुविधा के लिए लागू किया जा रहा है क्योंकि अनुसंधान विंग व कानून एवं व्यवस्था विंग को अलग-अलग बनाने से अनुसंधान विंग के अधिकारी/कर्मचारी को केवल अनुसंधान करने के लिए अधिक समय मिलेगा और अनुसंधान का कार्य सुचारू रूप व तेजी से किया जा सकेगा। जिससे वह अनुसंधान में ज्यादा सेे ज्यादा तथ्यों को इकटठा करके उनके आधार पर अभियोग का अनुसंधान पूरा करके चालान शीध्र न्यायालय में दिया जा सकेगा। अनुसंधान विंग न्यायालय में विचाराधीन अभियोगों की स्वंय पैरवी करके अपराधियों को सजा दिलाने का कार्य करेगा जिससे अनुसंधान का स्तर अच्छा व निष्पक्ष रहेगा। जिससे आम जनता को जल्द से जल्द से न्याय मिल सकेगा। इसी प्रकार कानून एवं व्यवस्था का अलग से विंग होने से पैट्रोलिंग व ट्रैफिक डियूटी को बढ़ाया जाएगा जिससे शहर में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति में सुधार होगा। उचित ट्रैफिक डियूटी होने से चैक पर लगें सी0सी0टी0वी0 कैमरा के फुटेज से भी चालान किया जा सकेगा और जिला में ट्रैफिक व्यवस्था दुरूस्त होगी। कानून व्यवस्था विंग में से कर्मचारियों की डियूटी जिला में भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर लगाई जाएगी और अपराधियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। जिससे जनता को सुरक्षा का आभास होगा और अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगाया जा सकेगा। पुलिस कमिश्नर ने यह भी बतलाया कि अगर यह पायलट प्रौजक्ट कमिश्नरेट पंचकूला में कामयाब रहता है तो इसे जल्द ही पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।
पंचकूला, दिनांक 31.10.2016 (.) डाॅ0 आर.सी. मिश्रा, एडीजीपी, पुलिस कमिश्नर, पंचकूला ने एक प्रैस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी दी है कि हरियाणा पुलिस द्वारा हरियाणा स्र्वण जयंती के उपलक्ष पर दिनांक 01 नवम्बर, 2016 से अनुसंधान विंग व कानून एवं व्यवस्था विंग को अलग-अलग किया जाकर कमिष्नरेट पंचकूला में पायलट प्रौजक्ट के तौर पर लागू किया जा रहा है। प्रत्येक थाना व चैकी के अन्र्तगत अनुसंधान विंग व कानून एवं व्यवस्था विंग बनाया गया है। अनुसंधान विंग के अन्तर्गत तैनात पुलिस अधिकारी/कर्मचारी अभियोगो का अनुसंधान, थाना में प्राप्त परिवादो को निपटाने, पासपोर्ट व चरित्र सत्यापन का कार्य करेगें। कानून एवं व्यवस्था विंग के अन्तर्गत तैनात पुलिस अधिकारी/कर्मचारी जिला में कानून व्यवस्था एवं शान्ति बनाए रखने, वी.आई.पी. डियूटि, पट्रोलिंग व ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाने का कार्य करेगें।
पुलिस कमिश्नर ने यह भी बतलाया कि इस पायलट प्रौजक्ट को लोगों की सुविधा के लिए लागू किया जा रहा है क्योंकि अनुसंधान विंग व कानून एवं व्यवस्था विंग को अलग-अलग बनाने से अनुसंधान विंग के अधिकारी/कर्मचारी को केवल अनुसंधान करने के लिए अधिक समय मिलेगा और अनुसंधान का कार्य सुचारू रूप व तेजी से किया जा सकेगा। जिससे वह अनुसंधान में ज्यादा सेे ज्यादा तथ्यों को इकटठा करके उनके आधार पर अभियोग का अनुसंधान पूरा करके चालान शीध्र न्यायालय में दिया जा सकेगा। अनुसंधान विंग न्यायालय में विचाराधीन अभियोगों की स्वंय पैरवी करके अपराधियों को सजा दिलाने का कार्य करेगा जिससे अनुसंधान का स्तर अच्छा व निष्पक्ष रहेगा। जिससे आम जनता को जल्द से जल्द से न्याय मिल सकेगा।
इसी प्रकार कानून एवं व्यवस्था का अलग से विंग होने से पैट्रोलिंग व ट्रैफिक डियूटी को बढ़ाया जाएगा जिससे शहर में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति में सुधार होगा। उचित ट्रैफिक डियूटी होने से चैक पर लगें सी0सी0टी0वी0 कैमरा के फुटेज से भी चालान किया जा सकेगा और जिला में ट्रैफिक व्यवस्था दुरूस्त होगी। कानून व्यवस्था विंग में से कर्मचारियों की डियूटी जिला में भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर लगाई जाएगी और अपराधियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। जिससे जनता को सुरक्षा का आभास होगा और अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगाया जा सकेगा।
पुलिस कमिश्नर ने यह भी बतलाया कि अगर यह पायलट प्रौजक्ट कमिश्नरेट पंचकूला में कामयाब रहता है तो इसे जल्द ही पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।