खेलों से हमारे जीवन में अनुशासन की भावना तो आती ही है बल्कि राष्ट्रवाद की भावना भी पैदा होती है-धनखड़.

पंचकूला, 27 अक्तूबर- हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि खेलों से हमारे जीवन में अनुशासन की भावना तो आती ही है बल्कि राष्ट्रवाद की भावना भी पैदा होती है। दुनिया के कितने भी व्यक्ति प्रसिद्ध हुए उनमें राजनेताओं की बजाए खिलाडिय़ो की प्रसिद्धी ज्यादा है। क्रिकेट तो ऐसा खेल बन गया है जो पूरे विश्व को एक साथ जोड़ देता है। भले ही दूसरी विश्व की राजनीतिक घटना कितनी भी बड़ी क्यों न हो। यदि हम आज अमेरिका में हो रहे राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया को इससे जोड़ें तो यह भी विश्व कप क्रिकेट के सामने फीकी पड़ जाएगी।
श्री धनखड़ आज पंचकूला के सैक्टर 3 स्थित ताउ देवी खेल परिसर के क्रिकेट ग्राउंड में आयोजित प्रथम दीन बंधु सर छोटू राम भारतीय राष्ट्रीय प्रिमीयर नैशनल लीग क्रिकेट मैच का शुभारंभ करने उपरांत उपस्थित खिलाडिय़ों को संबोधित कर रहे थे। इस प्रतियोगिता में अंडर 19 व अपर आयु वर्ग की कुल नो टीमें भाग ले रही हैं, जिसमें हरियाणा सहित पंजाब, चण्डीगढ, तमिलनाडू, हैदराबाद, बैंगलोर, दिल्ली व श्रीलंका की टीमें शामिल हैं।
श्री धनखड़ ने हरियाणा स्पोर्टस वैलफेयर ऐसोसिएशन तथा क्रिकेट फैडरेशन आफ इंडिया के महासचिव अमरजीत कुमार व अन्य पदाधिकारियों के प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने ग्रामीण आंचल की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का आयोजन किया है और इसमें विदेशी टीमें भी भाग ले रही हैं। उन्होंने खिलाडिय़ो से खेल भावना से खेलने की अपील की। श्री धनखड़ ने क्रिकेट जुनून का उदाहरण देते हुए कहा कि 1987 में जब भारत व पाकिस्तान का मैच वानखेड़े स्टेडियम बंबई में चल रहा था तो समय वे उत्तरी-पूर्व में गोहाटी दौरे पर थे तो लोग शहर में जगह-जगह मैच देख रहे थे। जब भारत मैच जीत गया तो पूरा गोहाटी जश्र में डूब गया, यह खेल भावन को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि चक दे इंडिया, मैरीकॉम, भाग मिल्खा भाग, एमएस धोनी जैसी फिल्में हर किसी को खेलों के प्रति आकर्शित करती है।
इस अवसर पर पंचकूला के विधायक व राज्यमंत्री ज्ञानचंद गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि खेल युवाओ को अनुशासन में रहने की सीख तो देते हैं वहीं दूसरी ओर युवाओं को नशे से दूर रहने की प्रेरणा देते हैं। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढी नशे की ओर बढ रही है जो हम सब के लिए चिंता की बात है और छोटी आयु की इस प्रकार की प्रतियोगिताएं निश्चित रूप से खिलाडिय़ों के व्यक्तित्व का विकास करने में अहम भूमिका निभाती हैं। उन्होंने कहा कि एक समय था जब माता-पिता बच्चे को पढाई के लिए दबाव डालते थे लेकिन आज माता-पिता बच्चों के साथ खेल के मैदान रिहर्सल के लिए खड़े रहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान से आगे बढते हुए ओलंपिक में पहलवान साक्षी मलिक ने कांस्य पदक जीत कर यह सिद्ध किया है कि हरियाणा बेटी बचाओ-बेटी पढाओ से आगे बढकर बेटी खिलाओ से भी अग्रणी हो गया है।
श्री धनखड ने अपने स्वैच्छिक कोटे से ऐसोसिएशन को 2.51 लाख रूपए देने की घोषणा की। खण्ड शिक्षा अधिकारी सुनीता नैन के मार्गदर्शन में राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बरवाला की छात्राओं ने कन्या भ्रुण हत्या व ग्रामीण पृष्ठभूमि में लडक़ी की शिक्षित होने की जीवनशैली पर एक हरियाणवी नृत्य प्रस्तुत किया। इसी प्रकार सेंट सोल्जर स्कूल ढकोली की छात्राओं ने भंगड़ा पेश किया।
इस अवसर पर जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी अनीता तेवतिया, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी एमएल गर्ग, ऐसोसिएशन के प्रधान सुरेन्द्र गोयल, वर्किंग प्रधान विनोद कुमार, संजय आहुजा सहित ऐसोसिएशन के पदाधिकारी व खेल प्रेमी उपस्थित रहे।

Share