कारगिल युद्ध की 17वीं वर्षगांठ पर सेक्टर-2 स्थित मेजर संदीप सांखला स्मारक पर आयोजित कार्यक्रम उपस्थित
पंचकूला, 24 जुलाई- शहीदों की याद में आयोजित कार्यक्रम में समाज के सभी लोगों को बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए ताकि युवा पीढ़ी को उनके बलिदान से प्रेरणा मिले और देश भक्ति के प्रति समर्पित हो।
पश्चिमी कमांड चंडीमंदिर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लै. जनरल केजी सिंह कारगिल युद्ध की 17वीं वर्षगांठ पर सेक्टर-2 स्थित मेजर संदीप सांखला स्मारक पर आयोजित कार्यक्रम उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पूरे देश में कारगिल विजय दिवस पर कार्यक्रम हो रहे है और उसी कड़ी में आज यह कार्यक्रम हो रहा है। मेजर संदीप सांखला एक बहादुर जवान थे, जिनको सर्वोच्च गलेंटरी अवार्ड अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के नापाक इरादों को सफल नहीं होने दिया था और उसे मुंह की खानी पड़ी। उन्होंने देश के लोगों को विश्वास दिलाया कि भारतीय सेना सशक्त है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सक्षम है।
सांसद रतनलाल कटारिया ने शहीदों को नमन् करते हुए कहा कि गत दिनों 9 जुलाई को उन्हें संसदीय समिति के सदस्य के रूप में कारगिल जाने का अवसर मिला था और वहां पर भारतीय जवानों द्वारा मातृभूमि की रक्षा के लिए दी गई शहादत को प्रत्यक्ष रूप से देख कर आए है। उन्होंने इस अवसर पर महादेवी वर्मा की कविता की पंक्तियां पढ़ी-नीर भरी बदली हूं मैं, ऐसे व्यर्थ न जाऊंगी, बरसूगीं कारगिल शहीद स्मारक पर । ठंड उनके सीनों पर पहुंचाऊंगी।
भारतीय भूतपूर्व सैनिक मूवमैंट के कर्नल वीडी कालिया ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान द्वारा कारगिल से पहले तीन लड़ाइयां लड़ी और उन्हें मुंह की खानी पड़ी। इसी प्रकार कारगिल ऑपरेशन विजय के दौरान भी भारतीय सेना ने पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब दिया। उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन विजय में 527 जवानों ने शहादत दी थी तथा 1363 जवान इस ऑपरेशन में घायल हुए थे। ऐसे शहीदों को नमन् करने के लिए हर वर्ष एक कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। ट्राइसिटी में बड़ी संख्या में भूतपूर्व तथा सेवारत सैनिक व उनके परिवार रह रहे हैं और इस प्रकार के कार्यक्रमों में वे बढ़चढ़ कर भाग लेते हैं। उन्होंने कारगिल युद्ध में गए जवानों द्वारा अपने परिवारों को भेजे गए जोशिले पत्रों का भी वर्णन किया। मेजर जनरल राज मलहोत्रा ने कारगिल युद्ध में शहीद हुए कैप्टन विक्रम बत्रा के एनडीटीवी की रिपोर्टर बरखा दत्त द्वारा लिए गए इंटरव्यू के दौरान ये दिल मांगे मोर का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने अपनी टुकड़ी के जवानों से पहले आगे बढक़र शहादात दी। समारोह में सेक्टर-21 स्थित गुरुकुल स्कूल तथा विवेकानंद मिलेनियम पब्लिक स्कूल एचएमटी पिंजौर के छात्रों ने देशभक्ति के गीतों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।
इसके उपरांत पश्चिमी कमांड चंडीमंदिर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लै. जनरल केजी सिंह, मेजर संदीप सांखला के पिता कर्नल कवर सांखला, सांसद रतनलाल कटारिया, अतिरिक्त उपायुक्त हेमा शर्मा, पार्षद लीली बावा, जिला सैनिक बोर्ड के सचिव कर्नल नरेश व शहीदों के परिजनों सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने शहीदों के स्मारक पर पुष्प अर्पित कर कारगिल के शहीदों को याद किया।