गेंहू काटने के बाद खेत में बचे हुए अवशेषों को न जलाए- हेमा शर्मा
पंचकूला, 29 अप्रैल- गेंहू काटने के बाद खेत में बचे हुए अवशेषों को न जलाए बल्कि उनका ‘ूसा तैयार करें, जो बाजार में अच्छे दाम पर बिक रहा है।
अतिरिक्त उपायुक्त हेमा शर्मा ने यह अपील जिला के किसानों से की है। उन्होंने बताया कि यह अवशेष जलाने से जहां पर्यावरण प्रदूषित होता है, वहीं मिट्टी में मौजूद वि‘िन्न तत्व, मित्र कीट इत्यादि नष्ट होने से ‘ूमि की ऊपजाउ शक्ति प्र‘ावित होती है। खेतों में आग लगाने से खड़ी फसल व ‘ूसे के लिए रखे गए फाने जलने का ‘य रहता है और जान माल के नुकसान की ‘ी अधिक सं‘ावना रहती है।
उन्होंने बताया कि गेंहू के इन अवशेषों-फानों से पशुओं के लिए चारा बनाया जा सकता है और यह तूड़ी, गत्ता मिल व अन्य उद्योगों द्वारा ‘ी अच्छे दाम पर खरीदी जाती है। इसके अलावा इन अवशेषों को खेत में जोतने से ‘ूमि की ऊपजाउ शक्ति बढ़ती है और मिट्टी में विद्यमान पौषक तत्व व मित्र कीट सुरक्षित रहते है। उन्होंने बताया कि यह तूड़ी तैयार करने के लिए आजकल रीपर ‘ी आसानी से मिल जाते है और इस कार्य के लिए मजदूरों की निर्‘रता पहले की बजाय काफी कम हुई है। उन्होंने किसानों को सुझाव दिया कि वे इन फानों को न जलाकर पर्यावरण संरक्षण में अपना सहयोग दें और इनसे तूड़ी इत्यादि तैयार करके अतिरिक्त आय अर्जित करें।