परिवहन आयुक्त के दिशानिर्देशानुसार सडक़ सुरक्षा चेतना यात्रा का पड़ाव बना। राजकीय महिला महाविद्यालय
पंचकूला, 9 मार्च- परिवहन आयुक्त के दिशानिर्देशानुसार सडक़ सुरक्षा चेतना यात्रा का पड़ाव बना। राजकीय महिला महाविद्यालय सेक्टर-14 का ऑडिटोरियम यात्रा का स्वागत करते हुए कॉलेज की प्राचार्य डा. वंदना गुप्ता ने कहा कि समाज में सडक़ लाईफ लाइन है लेकिन आज राजमार्ग पर सडक़ दुर्घटनाओं में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि इस दिशाा में नई पीढ़ी को संयम का व्यवहार ही दुर्घटनामुक्त भारत का आश्वासन है।
इस अवसर पर क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण के सचिव अमरजीत सिंह ने कहा कि दुनिया का एक प्रतिशत वाहन भारत के लोग खरीदते है और दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 10 प्रतिशत है। इस संख्या में 18 से 40 वर्ष तक के युवाओं की है, जिनका मूल कारण तेज रफ्तार है। उन्होंने कहा कि दुर्घटनाओं के क्षेत्र के शोधकर्ताओं को निष्कर्ष है कि सडक़ आधुनिकी की वजय से 10 प्रतिशत मोटर व्हीकल की खराबी से, 5 व 60 प्रतिशत दुर्घटनाएं तेज रफ्तार व वाहन चालक की लापरवाही की वजय से होती है। अब समय आ गया है जब युवाओं को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए समाज के सभी वर्गों को जागरुक करना होगा।
इस मौके पर उर्दु अकादमी के संपादक ने कहा कि सडक़ का धर्म सुरक्षित सफर है। ऐसे में हर सडक़ उपयोगकर्ता का धर्म है कि वह सडक़ के नियमों का पालन करें। सडक़ सुरक्षा परिषद हरियाणा के सदस्य राजीव रंजन ने कहा कि यातायात शिक्षा नाटक के माध्यक से सडक़ सुरक्षा चेतना यात्राा को संयोजन किया गया। इस यात्रा के माध्यम से हरियाणा के सभी जिलों में सडक़ की दुनिया थीम पर कविता, चित्रकला, डायरी, संस्करण, फोटो ऐसा कुछ जो सडक़ की दुविधा और विडंबना को उजागर या आगाह करती है, भागीदारी का निमंत्रण है। यह यात्रा हरियाणा के युवाओं से सडक़ सुरक्षा की दिशा में एक नई मुहिम है।
इस अवसर पर नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के सहयोग से तैयार नाटक जिंदगी ना मिलेगी दोबारा का मंचन किया गया। नाटक पांच दृश्यों के माध्यम से सडक़ के उपयोगकर्ता की चुनौतियों और संकटों को पाठ करता है। नाटक दुर्घटना में शिकार परिवार की पीड़ा का साक्षात्कार है। स्थानीय वेशभूषा देशज शैली, लोकगीत, भजन, गुरुवाणी के माध्यम से शांत मन को झकझोर देता है। आम नागरिक की संवेदनाओं को रिचार्ज करता है। नाटक का निर्देशन शुरुआत समिति की सचिव रिता रंजन ने किया है। ज्ञापन रोड़, शेफ्टी कल्ब के प्रभारी सुरेंद्र ने किया जबकि संचालन डा. जितेंद्र ने किया। इस अवसर पर सहायक सचिव श्रीमती प्रवीन शर्मा, सहायक सुरेंद्र कुमार व कार्यालय के सभी सदस्यों सहित कॉलेज के विद्यार्थी, टेक्सी एवं ऑटो ड्राईवर भी उपस्थित थे।