बिजली बिलों की वृद्धि वापिस करवाने को लेकर इनैलो का पंचकूला के शक्तिभवन के सामने सोमवार को अनिश्ििचतकालीन धरना 29वें दिन में प्रवेश
पंचकूला, 21 दिसम्बर ()। बिजली बिलों की वृद्धि वापिस करवाने को लेकर
इनैलो का पंचकूला के शक्तिभवन के सामने सोमवार को अनिश्ििचतकालीन धरना
29वें दिन में प्रवेश कर गया और धरने का नेतृत्व इनैलो पार्टी के
प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने किया और पेहवा से विधायक जसविन्द्र संधू ने
सैंकड़ों की भीढ़ को धरने पर जुटाने का काम किया। इस दौरान विधायक
परमिन्द्र सिंह ढुल, पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी, कुलभुषण गोयल ने भी
भाजपा सरकार से बिजली के बढ़े हुए बिल तुरंत वापिस लेने की मांग की।
इनैलो प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने संबोधित करते हुए कहा कि बढ़े हुए
बिजली बिलों को वापिस लेने में भाजपा की आनाकानी उसकी तानाशाह सोच है,
लेकिन इनैलो जनता की समस्याओं को लेकर किसी के आगे झुकने वाला नही है और
जब तक बिजली बिलों में सरकार बिजली उपभोक्ताओं को राहत नही देगी, इनैलो
का धरना जारी रहेगा। अरोड़ा ने कहा कि माननीय हाईकोर्ट ने भी कहा कि जो
बिजली उपभोक्ता ईमानदारी के साथ बिजली बिलों का भुगतान कर रहे है, उन्हें
सरकार राहत दे और जो लोग बिजली के बिलों को भरने का काम नही कर रहे,
सरकार उनसे ज्यादा बिल वसूले, लेकिन सरकार बिजली के बढ़े हुए बिलों को
लेकर कुछ भी तय नही कर पा रही है और धरना तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार
बढ़े हुए बिजली के बिल वापिस नही लेती।
अरोड़ा ने कहा कि भाजपा हमें इस बात के लिए मजबूर न करे कि हमे बिजली बिल
वापिस करवाने के लिए विरोध दुसरे रास्तों से गुजरना पड़े और आमरण अनशन से
लेकर बाजार बंद और भी कड़ा विरोध करना पड़ा तो इनैलो पीछे नही हटेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार की धान घोटाले की सही जांच करवाने की नीयत नही थी,
सरकार की नीयत साफ होती तो आज किसान को लूटने वाले घोटालेबाज कानून की
शिकंजे में होते परंतु सरकार के अपने लोग घोटाले में फंसते सरकार को नजर
आए तो घोटाले की जांच को कमजोर किया गया। सबकों मालूम है कि जे-फार्म की
आड़ में किसानों को लूटा गया और धान की निर्धारित कीमत पर भी किसान की
धान की खरीद नही की गई। नमी के नाम पर किसान का धान पर प्रति क्विंटल
200-250 रूपया काटा गया, जो धान घोटाले को जन्म दे गया।
फोटो कैप्शन:- बढ़े हुए बिजली बिल वापिस करने को लेकर इनैलो के पेहवा
हलका ने दिया धरना ()