सूचना प्रोद्यौगिकी के युग में आज के विद्यार्थियों को अपनी सोच को विस्तारित करना होगा
पंचकूला, 16 नवंबर सूचना प्रोद्यौगिकी के युग में आज के विद्यार्थियों को अपनी सोच को विस्तारित करना होगा तथा पढ़ाई के परंपरागत तरीकों की बजाय तकनीकी व अनुसंधानपरक शिक्षा पद्धति अपनानी होगी। आज दुनियाभर में रोजगार की अनेक संभावनाए हैं, लेकिन इन रोजगार को सिर्फ कौशल दक्षता के आधार पर ही हासिल किया जा सकता है।
उपायुक्त विवेक आत्रेय सोमवार को जिला प्रशासन की ओर से राजकीय महाविद्यालय कालका के ऑडिटोरियम में कौशल विकास विषय पर आयोजित सेमिनार में विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे। सेमिनार में कालका महाविद्यालय व डीएवी स्कूल सूरजपुर के विद्यार्थियों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को सरकारी नौकरी पाने की सोच में परिवर्तन लाना होगा और उन्हें अपना कौशल विकास कर निजी कंपनियों में रोजगार प्राप्त करने होंगे। उन्होंने कहा कि इंफोर्सिस कंपनी में कई हजार लोग आईटी इंजीनियर है और लाखों लोग को यह कंपनी रोजगार उपलब्ध करवा रही है। ऐसी ही और भी बड़ी-बड़ी कंपनियां हैं, जिनमें रोजगार के अपार अवसर हैं। साइंस ग्रुप के विद्यार्थियों के अतिरिक्त, कला ग्रुप के विद्यार्थी भी अपनी जिज्ञासा बढ़ाकर अपना कौशल विकास कर इन कंपनियों में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी करनी सबसे बढिय़ा मानी जाती है, लेकिन ये हमारा भ्रम है। उन्होंने कहा कि आज पढ़े-लिखों की संख्या काफी है, लेकिन सरकारी नौकरियां सीमित हैं। सरकारी नौकरी करनी है तो वे आईएएस, एचसीएस की तैयारी करें और उसकी परीक्षा उतीर्ण करने के लिए कड़ी मेहनत व लग्न तथा एकाग्रता के साथ तैयारी करनी होगी और अपने विषय में अच्छा बनाना होगा। इसके साथ-साथ अपनी कंयुनिकेशन साफ्टवेयर स्किल में प्रभावी बनाना होगा। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी भाषा एक ग्लोबल भाषा है, इसका ज्ञान होना बहुत जरूरी है।
उन्होंने कहा कि आज का युग इंटरनेट का युग है। इंटरनेट पर हर प्रकार की जॉब के बारे में बताया जाता है। इसलिए हमें कंयुनिकेशन साफ्टवेयर की जानकारी होना बहुत जरूरी है ताकि हम अपने आवेदन ऑन लाइन कर सके। उन्होंने कहा कि घर बैठे ही साफ्टवेयर के माध्यम से हम राष्ट्रीय स्तर की सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकते है। उन्होंने कहा कि आज आईटी क्षेत्र, रिटेल सेक्टर, टूरिज्म सेक्टर, सर्विस सेक्टर, मेन्युफैक्चिरिंग में रोजगार की अनेक संभावनाए हैं। इसके लिए हमें अपने आप को तैयार करना होगा। यह सब कौशल विकास से ही संभव है।
उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से जिला के दो गांव रज्जीपुर व नग्गल मोंगीनंद में लड़कियों के सर्वांगीण विकास के लिए पहल की है, जिसमें दो कंपनियों द्वारा समय-समय पर आकर लड़कियों के अभिभावकों व गांववालों को जागरूक किया जाता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोग अपनी लड़कियों को उच्च शिक्षा अवश्य दिलवाएं। लोगों का मानना था कि जमा दो की शिक्षा प्राप्त करने के उपरांत कॉलेजों व महाविद्यालयों में पढ़ाई के लिए लड़कियों को भेजने में दिक्कत आती है कि वे कैसे कॉलेज तक पहुंचेगी और फिर घर कैसे वापस आएंगी। उन्होंने महाविद्यालय की शिक्षकों से आग्रह करते हुए कहा कि वे समय-समय पर कौशल विकास के सेमिनार 20 व 25 युवकों के इक्_े लगाए ताकि उन्हें जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा कि जब ये युवा जागरूक हो जाएंगे तो वे नौकरी व देश के बारे में बड़ी तस्वीर देखेंगे और देश के विकास में रचनात्मक सहयोग देंगे