बिजली की बढ़ी कीमतें वापिस लेने की मांग
पंचकूला, 5 अक्तुबर ()। बिजली दरों में की गई वृद्धि के विरोध में आज
त्र्ताहजाओं रों इनैलो कार्यकर कने सडक़ों पर उतर राज्य सरकार के खिलाफ
जमकर प्रदर्शन करते हुए बिजली की बढ़ी कीमतें वापिस लेने की मांग की और
महामहिम राज्यपाल के नाम डी.सी पंचकूला के माध्यम से एक ज्ञापन
लघुसचिवालय में एस.डी.एम को सोंपा। इससे पूर्व माजरी चौंक के पास
रायपुररानी, बरवाला, मोरनी, पिंजौर-कालका, रायतन-दून, पंचकूला व जिला की
कालोनियों से हजारों की संख्या इनैलो कार्यकत्र्ताओं, पदाधिकारियों व
नेताओं ने पूर्व विधायक व जिलाध्यक्ष प्रदीप चौधरी के नेतृत्व में
धरना-प्रदर्शन करते हुए भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
भारी भीड़ को संबोधित करते हुए इनैलो पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी ने कहा
कि पिछले एक वर्ष से बिजली की दरो में हो रही बेतहाशा वृद्धि से आम जनता
को नुकसान उठाना पड़ रहा है। बिजली वितरण कम्पनियों ने न केवल अपनी
नाकारगुजारियों को छुपाते हुए बिजली की दरों में वृद्धि की है बल्कि
घरेलू स्तर पर प्रति माह बिजली की 800 यूनिट की उच्चतम खपत की सीमा को
घटा कर 500 यूनिट कर दिया है और बिजली की 500 यूनिट से अधिक खपत पर 6.75
रूपये प्रति यूनिट बिजली की दर तथा 1.69 रूपये फ्यूल सर्चाज की दरें
निर्धारित की हैं। बिजली शुल्क तथा नगर पालिका शुल्क 15 पैसे प्रति यूनिट
एवं मीटर चार्जिस को मिलकर प्रति यूनिट लगभग 8.65 रूपये उपभोक्ताओं को
अदा करने होंगे। जबकि उपभोक्ताओं को उक्त बिजली की खपत के लिए पहले लगभग
5.50 रूपये अदा करने होते थे। जिससे स्पष्ट होता है कि वर्तमान सरकार के
समय में बिजली की दरों में लगभग 50 प्रतिषत से 60 प्रतिषत तक की वृद्धि
हुई है।
आज प्रदेश से औद्योगिक ईकाइयां तथा व्यवसायिक संस्थाएं अपना कारोबार बंद
करके दूसरे राज्यों में जा रही हैं। इन परिस्थितियों में उद्योगों के लिए
हरियाणा एक निवेष लक्ष्य नहीं बन पाया है जिससे प्रदेष में बेरोजगारी
निरंतर बढ़ रही है।