हरियाणा के युवाओं में शस्त्र सेनाओं के प्रति ज़ज्बा

पंचकूला, 3 अक्टूबर। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज कहा कि हरियाणा के युवाओं में शस्त्र सेनाओं के प्रति ज़ज्बा है और इसे देखते हुए राज्य में मातन हेल, झज्जर के वर्षों से लंबित सेनिक/मिल्ट्री स्कूल खोलने के मामले के संबंध में रक्षामंत्री श्री मनोहर परिकर को उन्होंने पत्र लिखा है। इसके अलावा कुंजपुरा व रेवाड़ी में सैनिक स्कूलों में सुविधाएं बढ़ाने के लिए हरियाणा सरकार हरसंभव सहायता प्रदान करेंगी।
मुख्यमंत्री आज सेनाध्यक्ष जनरल दलबीर सिंह सुहाग व उनकी पत्नी नमीदा सुहाग के साथ पंचकूला के सेक्टर-2 में पश्चिमी कमांड के तत्वावधान में बनाए गए सीनियर वेटर्न होम आश्रय का उद्घाटन करने उपरांत उपस्थित सेना के अधिकारियों व जवानों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भौगोलिक दृष्टि से हरियाणा देश का 1.37 प्रतिशत तथा जनसंख्या की दृष्टि से 2 प्रतिशत से कम प्रतिनिधित्व करने के बावजूद भी देश की सशस्त्र सेनाओं में दस प्रतिशत का योगदान दे रहा है। देश की सेनाओं का हर दसवां सेनिक हरियाणा का है। उन्हेांने कहा कि युवाओं के जज्बे को देखते हुए दस प्रतिशत के योगदान को बढ़ाकर ज्यादा किया जाएगा। इसके लिए नई भर्तियों के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मातनहेल में प्रदेश का तीसरा सैनिक/मिल्ट्री स्कूल खोलने उपरांत इस कड़ी में मदद मिलेगी ताकि स्कूल पूरा करने उपरांत ही बच्चे देश सेवा के लिए तैयार हो जाएं। उन्होंने कहा कि हरियाणा के लिए गर्व की बात है कि वर्तमान सेनाध्यक्ष जनरल दलबीर सिंह सुहाग तथा इससे पूर्व के सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह भी हरियाणा से ही थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में सैनिक स्कूल रेवाड़ी व कुंजपूरा के विद्यार्थियों के खुराक भत्ता 25 रुपये से बढ़ाकर 75 रुपये किया है जो काफी लंबे समय से बढ़ाया नहीं गया था। इसके अलावा इन स्कूलों के विद्यार्थियों को हरियाणा सरकार की ओर से दी जाने वाली छात्रवृति में भी दो गुणा वृद्धि की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेनिकों का सम्मान करना हमारा कत्र्तव्य है। उन्होंने कहा कि सरकार इस ओर गंभीर है। 25 वर्षों से भी अधिक समय से लंबित वन रैंक वन पेंशन की मांग को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सुलझाया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने भी वृद्धावस्था सम्मान भत्ता 1000 रुपये से बढ़ाकर 1200 रुपये किया है तथा जनवरी 2016 से इसे 1400 रुपये किया जाएगा और हर वर्ष इसमें 200 रुपये की बढ़ोतरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि पेंशन वितरण में अनियमिताओं को खत्म करने के लिए लाभपात्रों को बैंकों के माध्यम से पेंशन वितरण कार्य आरंभ किया गया है और 80 वर्ष से अधिक आयु के लाभपात्रों को उनके घरद्वार पर ही पेंशन देने की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने कहा कि हालांकि सिविल सोसायटी व सेना की जीवनशैली में अंतर होता है। सेना का जीवन अनुशासित होता है। उन्होंने कहा कि भौतिकवाद के आज के युग में संयुक्त परिवारों की अवधारणा कम हो रही है। ओल्ड ऐज होम जैसी व्यवस्थाएं इसी का परिणाम है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार भी 60 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं व 65 वर्ष से अधिक आयु के पुरूषों को हरियाणा परिवहन की बसों के किराए में 50 प्रतिशत की छूट दी गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ने देश की सेवा करते हुए शहीद होने वाले भूतपूर्व सैनिकों के परिवारों को दी जाने वाली एक्सगरेसिया राशि ढाई लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये की है। इसी प्रकार आतंकवादी मुठभेड़ व बम्ब बलॉस्ट के दौरान मृत्यु होने पर दी जाने वाली राशि दो लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये की है।
संयुक्त राष्ट्र सेनाओं में सेवा के दौरान शहीद होने पर भी 20 लाख रुपये की है। इसके अलावा अपंग होने पर अपंगता के अनुसार 5 लाख,10 लाख व 15 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाती है।
मुख्यमंत्री ने पश्चिमी कमॉड के अधिकारियों की पंचकूला में भूतपूर्व सैनिकों के लिए सीनियर वेटर्न होम आश्रय खोलने के कार्य की सहराना की और उन्होंने कहा कि जहां जहां आवश्यकता हो वहां मांग के अनुसार ऐसे आश्रय खोले जाने चाहिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि हरियाणा सरकार की अेार से इसके लिए हर संभव सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी।
सेनाध्यक्ष जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने अपने संबोधन में कहा कि वे मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के बड़े आभारी है जिन्होंने अपने व्यस्तम समय में से समय निकालकर यहां पहुंचे है। यह मुख्यमंत्री का आज का छठा कार्यक्रम है जो इस बात को दर्शाता है कि मुख्यमंत्री का सेना के प्रति कितना लगाव है। उन्होंने कहा कि सेनाध्यक्ष पद ग्रहण करने उपरांत उन्होंने सैनिकों के कल्याण के लिए दस मुख्य  बिंदुओं पर कार्य करना आरंभ किया था, उनमें से तीन बिंदु भूतपूर्व सैनिकों के लिए हैं, जिनमेें बेहतर  चिकित्सा सुविधा, केंटीन सुविधा तथा शिक्षा। उन्होंने कहा कि सेना मुख्यालय स्तर पर भूतपूर्व सैनिक निर्देशालय खोलने के प्रस्ताव पर विचार चल रहा है। इसके अलावा इसीएचएस के पैनल पर लिए गए अस्पतालों के बिलों को त्वरित पारित करने के लिए ऑन लाइन की सुविधा की जा रही है। उन्होंने कहा कि सेना के कमॉड अस्पतालों में वैटर्न विंग खोले जाने का भी प्रस्ताव है। दिल्ली छावनी बेस अस्पताल में ऐसे विंग खोले जा चुके है। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे भूतपूर्व सैनिकों के लिए वैटर्न अस्पताल खोले जाएगे।
पश्चिमी कमॉड के जनरल ऑफिसर कमॉडि़ंग इन चीफ लै. जनरल केजे सिंह ने सीनियर वेटर्न होम आश्रय की अवधारणा के बारे विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह देश का पहला अनूठा प्रयास है जो पंचकूला से आरंभ किया गया है। उन्होंने इसके लिए जमीन उपलब्ध करवाने व समय-समय पर अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवानें के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह संयोग है कि पहली अक्तूबर को विश्व वृद्धजन दिवस व दो अक्तूबर को महात्मा गांधी जयंती और आज इस सीनियर वेटर्न होम आश्रय का उद्घाटन हुआ है। उन्होंने कहा कि इस भवन में आधुनिक सुविधाओं से युक्त 60 युनिट होगी जिनमें 32 अधिकारी वर्ग के लिए तथा शेष जेसीओ व अन्य रैंक के लिए है। उन्होंने कहा कि अधिकारी वर्ग में 21 व जेसीओ में 07 युनिटों रजिस्ट्रेशन भी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि आवश्यकता अनुसार जो कमीयां होगी उन्हेें पूरा किया जाएगा। पश्चिमी कमॉड के जनरल ऑफिसर कमॉडि़ंग इन चीफ लै. जनरल केजे सिंह ने मुख्यमंत्री सेनाध्यक्ष जनरल सुहाग को स्मृति चिंह भेंट किया। ले. जनरल गुरमीत सिंह ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया।
इस अवसर पर सांसद रत्तनलाल कटारिया, विधायक ज्ञानचंद गुप्ता, मुख्य सचिव डीएस ढेसी, अंबाला रेंज पुलिस आयुक्त ओपी सिंह, उपायुक्त विवेक आत्रेय, अतिरिक्त उपायुक्त हेमा शर्मा, मेयर उपेंद्रकौर आहलुवालिया, हरियाणा राज्य सैनिक बोर्ड के सचिव ब्रिगेडियर एसी रांगी के अलावा बड़ी संख्या में सेना के अधिकारी व पूर्व अधिकारी उपस्थित थे।

 

Share