सीएम के सीपीएस से 1 अगस्त को होगी मीटिंग
चंडीगढ़।28/7/24, अपनी दो मांगों को लेकर वर्षों से लड़ाई लड़ रहीं अस्पतालों की रीढ़ नर्सिंग ऑफिसर्स रविवार को प्रदेशभर से सीएम सिटी करनाल पहुंची। करनाल की सडक़ों पर प्रदर्शन, नारेबाजी करती हुई वे सीएम आवास पहुंची। उन्होंने सीएम आवास पर भी जमकर नारेबाजी की। अपनी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए पुरजोर आवाज उठाई। ऑल नर्सिंग ऑफिसर वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा के बैनर तले जांबाज नर्सिंग ऑफिसर्स ने यह घेराव किया। एसोसिएशन के पदाधिकारियों से सीएम के ओएसडी ने मुलाकात की। उन्होंने सीएम के समक्ष उनकी मांग रखने का आश्वासन दिया।
प्रदेश के कोने-कोने से पहुंची नर्सिंग ऑफिसर्स की इस एकजुटता से करनाल की धरती से पूरे प्रदेश में नर्सिंग ऑफिसर्स का यह घेराव चर्चाओं में रहा। उनकी आवाज बुलंद हुई। सोशल मीडिया के दौर में राह चलते लोगों ने भी इस प्रदर्शन की वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर सांझा की। अपनी मांगों को लेकर एसोसिएशन की चेयरपर्सन निर्मल ढांडा, प्रदेश अध्यक्ष सुनीता ने कहा कि उनकी दो प्रमुख मांगेे हैं। पहली तो केंद्र सरकार के समान नर्सिंग अलाउंस 7200 रुपये किया जाए। दूसरी उन्हें गु्रप-सी से गु्रप-बी में शामिल किया जाए। वर्षों से वे इन मांगों को उठा रही हैं, लेकिन इस पर सरकार ने कभी कोई ध्यान नहीं दिया। मरीजों और अस्पतालों के हित में नर्सिंग ऑफिसर्स हमेशा अपने काम को ही महत्व देती रही हैं। सरकार ने उनकी मांगों को कोई महत्व नहीं दिया। सरकार ने नर्सिंग ऑफिसर्स को बड़े आंदोलन के लिए मजबूर कर दिया है। नर्सिंग ऑफिसर पूरी निष्ठा से अस्पतालों में ड्यूटी करती हैं, वे यहां भीषण गर्मी में सडक़ों पर प्रदर्शन करने के लिए आई हैं। सरकार के लिए यह शर्मनाक बात है। चेयरपर्सन निर्मल ढांडा ने बताया कि आज घेराव प्रदर्शन के दौरान एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री के ओएसडी ने बुलाया था। ज्ञापन लेकर थोड़ा इंतजार करने को कहा। उसके बाद उनसे बात तक नहीं की। उन्होंने कहा कि जब तक सीएम से मिलने का समय नहीं मिल जाता, उनका यह धरना-प्रदर्शन यहीं पर जारी रहेगा।
निर्मल ढांडा, प्रदेश अध्यक्ष सुनीता समेत सभी नर्सिंग ऑफिसर्स ने सरकार से नाराजगी भरे लहजे में कहा कि जब भी सरकार के किसी नुमाइंदे से एसोसिएशन मिली है तो झूठे आश्वासन देकर टाल दिया गया। सरकार ने अगर उनकी मांगों को चुनाव से पहले पूरा नहीं किया तो चुनाव के नतीजे भी कुछ और ही होंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें सरकार की तरफ से मांगें मानने की घोषणा नहीं, उनका नोटिफिकेशन चाहिए। नर्सिंग ऑफिसर्स ने कहा कि सरकार अन्य विभागों के कर्मचारियों की मांग पूरी कर रही है। कच्चे कर्मचारियों को पक्के करने की बात कह रही है। नर्सिंग ऑफिसर्स के साथ ऐसा भेदभाव क्यों किया जा रहा है कि उनकी कई साल पुरानी मांगों को सरकार सुनने तक तैयार नहीं है।
मुख्यमंत्री से मिलने के लिए ऑल नर्सिंग ऑफिसर वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा ने इसी महीने चंडीगढ़ जाकर समय मांगा था। मुख्यमंत्री के निजी सचिव और स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक को भी इस बारे में पत्र दिया गया था। हिसार में स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात की गई थी। कहीं से भी कोई सकारात्मक जवाब उन्हें नहीं मिला। नर्सिंग ऑफिसर्स ने कहा कि उनकी मांगे पूरी तरह से जायज हैं, फिर भी सरकार इन्हें पूरा नहीं कर रही। सीएम सिटी का घेराव तो एक संकेत था। भविष्य में ऑल नर्सिंग ऑफिसर वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा अपने आंदोलन को तेज करेगी। अस्पतालों में काम छोडक़र हड़ताल करने का भी निर्णय लिया जा सकता है।