सुरक्षा चाहे प्रत्येक व्यक्ति की हो या जीव-जंतुओं की, बहुत ही जरूरी है-सोलंकी।

पंचकूला, 7 दिसंबर- हरियाणा के राज्यपाल प्रो० कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा है कि हम जहां कहीं भी रह रहे हैं और वहां पर सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं लेकिन हम उस जगह पर सुरक्षित नहीं हैं तो यह सभी सुविधाएं अर्थहीन हो जाती हैं क्योंकि जीवन की सुरक्षा ही महत्वपूर्ण है और इसी पर सभी आनंद निर्भर करते हैं।
राज्यपाल आज प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र, भारतीय टिब्बत सीमा पुलिस बल, भानू में आयोजित 18वीं अखिल भारतीय पुलिस शूटिंग प्रतियोगिता के पारितोषिक वितरण समारोह के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सुरक्षा चाहे प्रत्येक व्यक्ति की हो या जीव-जंतुओं की, बहुत ही जरूरी है। हम कहीं पर भी सभी सुविधाओं के साथ क्यों न रह रहे हों। जब तक हमारी सुरक्षा पूर्णत: नहीं होगी तो हमारा जीवन सुखमय नहीं हो सकता।  उन्होंने कहा कि दो से सात दिसंबर तक शूटिंग प्रतियोगिता करवाई गई और खुशी की बात है कि देश भर से विभिन्न राज्यों के इस शूटिंग प्रतियोगिता में 34 टीमों ने भाग लिया जिसमें 16 महिला प्रतियोगियों सहित 848 प्रतिभागी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भानू प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र जिला पंचकूला में आता है और पंचकूला हरियाणा में आता है तथा वे स्वयं हरियाणा के राज्यपाल हैं इसलिए उन्होंने सभी प्रतिभागियों का दिल की गहराईयों से अभिनंदन एवं आभार प्रकट किया।
उन्होंने आटीबीपी बल की सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि यह बल -50, -40 के तापमान के होते हुए भी अपने कर्तव्य का निर्वहन सीमाओं के लिए करते हैं। इसके साथ-साथ 18 हजार 750 फुट की ऊचाईंयों पर भी यह बल अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए अपना दायित्व निभाते हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार यह बल 3488 किलोमीटर की सीमाओं की सुरक्षा में तैनात हैं, जहां पर ऑक्सीजन की भी कमी है। ऐसी कठिन परिस्थितियों में भी यह बल अपने दायित्व को निभाने मे पूर्णत: सक्षम है। उन्होंने कहा कि यह बल देश की आंतरिक एवं बाहरी सुरक्षा करने में पूर्णत: सक्षम है और इन्हीं के कारण हम स्वतंत्र रूप से खुली हवा में सांस ले रहे हैं।
राज्यपाल ने कहा कि 21वीं शताब्दी का सपना है कि एक भारत-श्रेष्ठ भारत। उन्होंने कहा कि इस सपने को साकार करने के लिए देश में एकता, शांति, स्मृद्धि, इन्फ्रास्ट्रक्चर, सबको काम मिले और जरूरी चीजों की जीवन में सुरक्षा हो, देश व सीमाएं सुरक्षित हों, तभी हम इस सपने को साकार कर सकेंगे। उन्होंने प्रतिभागियों का मनोबल बढाते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं से वह काफी कुछ सीखते हैं क्योंकि शूटिंग प्रतियोगिता से उनमें एकाग्रता के गुणों का समावेश होता है जिसका वे निशाना लगाने की दिशा में उनका आत्म विश्वास बढ जाता है और सीमाओं की रक्षा के लिए इस एकाग्रता का होना बहुत जरूरी है।
इस अवसर पर अपने स्वागतीय भाषण में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल  के महानिदेशक आरके पचनंदा ने कहा कि अखिल भारतीय पुलिस शूटिंग प्रतियोगिता एक ऐसी प्रतियोगिता है जिसमें विभिन्न केन्द्र पुलिस सशस्त्र व राज्य पुलिस बल शामिल होते हैं, जिससे उनमें राष्ट्रीय एकता एवं सदभावना का विकास होता है। इस प्रतियोगिता के द्वारा प्रतिभागियों को अपनी व्यवसायिक योग्यता और दक्षता को निखारने में मदद मिलती है और राष्ट्र हित में नई प्रतिभाओं को आगे आने का अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की शूटिंग प्रतियोगिताओं के आयोजन से हमें अंतरराष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिता के चयन करने में भी मदद मिलती है।
इस मौके पर राज्यपाल ने प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया। उन्होंने राइफल शूटिंग प्रतियोगिता में बीएसफ को प्रथम, सीआरपीएफ को द्वितीय तािा आसान राईफल्स को तृतीय पुरस्कार के लिए सम्मानित किया। इसी प्रकार कारबाईन शूटिंग प्रतियोगिता में बीएसफ को प्रथम, आईटीबीपी को द्वितीय तथा एनएसजी को तीसरे स्थान क लिए प्राप्त करने पर सम्मानित किया गया। रिवाल्वर एवं पिस्टल शूटिंग  में बीएसएफ को प्रथम, सीआरपीएफ को द्वितीय तथा आसान राईफल को तीसरा स्थान प्राप्त करने पर सम्मानित किया गया। राज्य पुलिस बलों में सर्वश्रेष्ठ टीम की ट्राफी तमिलनाडू पुलिस को प्रदान की गई। ओवरऑल बैस्ट ट्राफी के लिए बीएसएफ को सम्मानित कि गया।
इससे पूर्व अतिरिक्त महानिदेशक एके वर्मा ने शूटिंग प्रतियोगिता की गतिविविधयों के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता के दौरान कारबाईन व पिस्टल/रिवाल्वर की 8 प्रतिस्पर्धाओं तथा राईफल  (एसएलआर व इंसास) शूटिंग की पांच स्पर्धाओं सहित कुल 13 स्पर्धाओं का आयोजन किया गया। इस मौके पर विभिन्न बलों की टुकडिय़ों द्वारा शानदान मार्चपास्ट का प्रदर्शन किया गया और उनकी राज्यपाल ने सलामी ली। समापन अवसर पर भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल के जांबाजों द्वारा मोटर साईकल पर विभिन्न करतब दिखाए गए। साथ ही महिला वीरांगनाओं द्वारा बैंड एवं ड्रिल का भी शानदार प्रदर्शन किया गया। इस अवसरर पर राज्यपाल ने आईटीबीपी की पुस्तक का विमोचन भी किया। इसके साथ-साथ उन्होंने शूटिंग प्रतियोगिता के समापन की विधिवत घोषणा भी की।
इस अवसर पर पंचकूला के विधायक एवं मुख्य संचेतक ज्ञानचंद गुप्ता, भाजपा महिला मोर्चाकी उपाध्यक्ष बंतो कटारिया, पुलिस आयुक्त एएस चावला, उपायुक्त गौरी पराशर जोशी, अतिरिक्त उपायुक्त मुकुल कुमार, एसडीएम पंकज सेतिया सहित विभिन्न बलों के अधिकारी एवं जवान भी उपस्थित रहे।
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