मोरनी हिल्स के विकास में आज एक नया अध्याय जुड़ गया.
मोरनी/पंचकूला, 14 नवंबर-देश की नवीनतम पर्वतीय श्रृंखला पंचकूला जिला की शिवालिक क्षेत्र के अंतर्गत मोरनी हिल्स के विकास में आज एक नया अध्याय जुड़ गया, जब हरियाणा के वनमंत्री एवं लोक निर्माण मंत्री राव नरवीर सिंह ने इस क्षेत्र विकसित किए जा रहे खेड़ी बागड़ा में विश्व हर्बल फोरेस्ट के महर्षि पतंजलि द्वार, मांधना में विश्व औषधीय वन बेल वाटिका, सीलो में कमलतास पार्क का उद्घाटन, लगभग 2.25 करोड़ रुपऐ की लागत से निर्मित किए जाने वाले लाल मुनिया वन विश्राम गृह की आधारशिला तथा लगभग एक करोड़ रुपऐ से अधिक की राशि से किए गए मोरनी किले के संग्राहलय एवं प्राकृतिक अध्ययन केंद्र क ा उद्घाटन किया।
राव नरवीर सिंह ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मोरनी क्षेत्र के लिए आज का दिन महत्वपूर्ण ही नहीं बल्कि ऐतिहासिक भी है। मोरनी प्राकृतिक संसाधनों की दृष्टि से हरियाणा की शान है और इस क्षेत्र के विकास में स्वयं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल इच्छुक है और इस क्षेत्र की सडक़ों एवं वन से संबंधित जो भी मांग होगी उसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जा रहा है। आज का यह कार्यक्रम भी इसी श्रृंखला का एक हिस्सा है। उन्होंने विधायिका लतिका शर्मा को आश्वासन दिया कि जो भी मांग इस क्षेत्र से संबंधित होगी, उन्हें हर संभव पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा का सौभाग्य है कि इस क्षेत्र उत्तर में नवीनतम श्रृंखला शिवालिक पड़ती है तो दक्षिण में प्राचीनतम अरावली पर्वतीय क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं अरावली क्षेत्र से आते है, हालांकि वहां पर इस तरह की हरियाली नही है जैसी यहां पर है।
वन मंत्री ने नव निर्मित संग्रहालय व प्राकृतिक अध्ययन केन्द्र का भ्रमण किया। उन्होंने जलावयु परिवर्तन के प्रतिकूल असर व जगल जीव एवं जन प्रदशर्नी पर विशेष रूचि दिखाई। उन्होंने कहा कि यह किला प्राकृतिक अध्ययन एवं महत्व का एक विशेष केन्द्र विकसित किया गया है। इसमें काफी ज्ञानवर्धक जानकारियां उपलब्ध करवाई गई हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे शिक्षा मंत्री श्री राम बिलास शर्मा से बातचीत करेंगे और मैदानी क्षेत्रों के स्कूली बच्चों का इस केन्द्र में विशेष भ्रमण करवाएंगे और यहां के बच्चों से भी अनुभव सांझे करें।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले तथा वन राज्य मंत्री कर्णदेवी कांबोज ने उपस्थित बच्चों को बाल दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिवालिक क्षेत्र में विकास की काफी संभावनाएं हैं। आयूष विभाग औषधीय पौधों की प्रजातियां विकसित कर सकता है तो यहां पर पन बिजली, जैविक खेती, वन्य प्राणी संरक्षण की काफी योजनाएं चलाई जा सकती है जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। श्री कांबोज ने कहा कि आज वर्तमान में पर्यावरण प्रदूषण एक विश्व व्यापी चिंता का विषय है और वैज्ञानिकों के समक्ष यह एक चुनौती बन गई है। उन्होंने कहा कि ओजोन की परत पर भी प्रतिकुल असर पड़ रहा है। विश्व के वैज्ञानिकों का मानना है कि इस ठीक करने के लिए अधिक से अधिक वनों का होना आवश्यक है। पीपल, तुलसी, पिलखन जैसे वृक्षों से ओजोन की परत को ठीक करने में मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि युवा पीढी को वनों के महत्व व संरक्षण के प्रति हमें प्रेरित करना चाहिए। लोगों को जन्म दिवस, शादी, सालगिरह व अन्य सामाजिक उत्सवों में कम से कम एक पौधा लगाने का संकल्प लेना चाहिए।
इस मौके पर अपने स्वागतीय भाषण में कालका की विधायक लतिका शर्मा ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल व वन एवं लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह का विशेष आभार प्रकट करते हुए कहा कि उन्होंने कालका विधानसभा क्षेत्र में सडक़ों व पुलों से संबंधित जितनी भी मांगें रखी हैं उन्हें पूरा किया है। इसके लिए वे क्षेत्रवासियों की तरफ से आभार प्रकट करती हूं। उन्होंने हिमाचल विधानसभा चुनावों के दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के परवाणु व बद्दी चुनावी दौरे का जिक्र किया और कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की जीत में कालका विधानसभा क्षेत्र का विशेष योगदान रहेगा क्योंकि हिमाचल व कालका विधानसभा क्षेत्र की सीमाएं मिलती हैं और लोगोंं की आपस में रिश्तेदारियां भी हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार हरियाणा के किसी मुख्यमंत्री ने मोरनी क्षेत्र के नीमवाला गांव का दौरा किया था तो उस समय मुख्यमंत्री ने नीमवाला से नाहन, बड़ीशेर से हरका तथा परवाणु से नोल्टा संपर्क पुल मार्गों की आधारशिलाएं रखी थी। इससे हिमाचल व कालका क्षेत्र का जन संपर्क बढेगा। इस अवसर पर उन्होंने नो-तोड़ जमीन का मालिकाना हक मोरनी क्षेत्र के किसानों को दिलवाने की मांग भ्भी मंत्री से की।
प्रमुख मुख्य वन संरक्षक डॉ० पदम प्रकाश भोजवैद ने वन मंत्री व अन्य अतिथियों का मोरनी क्षेत्र में पहुंचने पर स्वागत व आभार प्रकट किया और उन्होंने विश्व हर्बल फोरेस्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके साथ-साथ उन्होंने मोरनी किले व यूजियम संग्रहालय के बारे में भी जानकारी दी।
वन मंत्री राव नरबीर सिंह व वन्य राज्य मंत्री कर्ण देव कांबोज ने प्राकृतिक संरक्षण विषय पर करवाई गई पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता के बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया, जिसमें जुनियर वर्ग में मुस्कान को प्रथम, महक राणा को द्वितीय व अदिती को तृतीय स्थान पाने पर जबकि सीनियर वर्ग में एकता को प्रथम, खुशी शर्मा को द्वितीय व उर्वर्शी को तृतीय पुरस्कार के लिए सम्मानित किया गया।
इससे पूर्व वन मंत्री व अन्य विशिष्ट अतिथियों ने लाल मुनिया विश्राम गृह का भूमि पूजन किया और पौधारोपण भ्भी किया।
इस अवसर पर सांसद रतन लाल कटारिया, विधायक तेजपाल तंवर, जिला परिषद की चेयरपर्सन रितु सिंगला, वाईस चेयरपर्सन बबली मधाना, वन विभाग के प्रधान सचिव एसएन राय, एसडीएम पंकज सेतिया, वन पाल पवन शर्मा, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजबीर सिंह खुंडिया, शिवालिक विकास बोर्ड के सदस्य पवन धीमान, जिला भाजपा के पूर्व प्रधान विशाल सेठ, महिला मोर्चा की रायपुररानी खण्ड की उपाध्यक्ष प्रतिभा सहित जिला प्रशासन व वन विभाग के अन्य अधिकारी भी उपसिथत थे।