लोगों को दिन में 15 मिनट भी पानी नसीब नही, सरकार उपलब्धियां गिनवाने में व्यस्त:-प्रदीप चौधरी.

कालका, 5 नवंबर ()। अपर मोहल्ला में मात्र 15 मिनट भी सही ढंग से पीने का पानी लोगों को नसीब नही हो रहा है, यह कोई एक मोहल्ले की बात नही, बल्कि पूरे कालका-पिंजौर में पीने के पानी से आज लोग मोहताज है और सत्तापक्ष को ऐसी स्थिति में भी अपनी उपलब्धियां नजर आ रही है, लोगों को बिजली के बिलों को लेकर परेशानी उठानी पड़ रही है। यह आरोप रविवार को कालका दौरे पर आए इनेलो के कालका से पूर्व विधायक एवं जिलाध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने लगाएं।
पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी ने कहा कि लोगों को बिजली-पानी के भारी भरकम बिल तो आ रहे है, लेकिन सुविधा के नाम पर सरकार का उदासीन रवैया रहा है। केन्द्र-राज्य में भाजपा सरकार है, फिर भी इन्हें लोगों को मूलभुत सुविधाएं देने में भाजपा असममर्थता दिखा रही है। प्रदीप चौधरी ने कहा कि माता काली देवी मंदिर में लगता नही सरकार का कोई मंत्री आने से चूका हो, लेकिन बावजूद उसके आज भी कालका मंदिर में पार्किंग की व्यवस्था नही की जा सकीं है। मंदिर ऐतिहासिक है, ऐसे में यहां श्रृद्धालुओं के लिए हर सुविधा भी उपलब्ध होनी चाहिए। कालका में स्ट्रीट लाईटें ठप्प पड़ी है, साफ-सफाई को लेकर आवार्ड तो सरकार खूब लेने का दावा करती है, लेकिन सफाई के प्रति उसकी गंभीरता कहीं भी नजर नही आती है। इसके अलावा जाम से राहत दिलाने के लिए सरकार के पास कोई विकल्प नही है।
प्रदीप चौधरी ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार के केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी सुखोमाजरी बायपास का काम शुरू नही करवा सकें, आज कांग्रेस के राज के समान भाजपा भी सुखोमाजरी बायपास को लटकाने का काम कर रही है। सरकार इस पर अपनी स्थिति शपष्ट करें की कब तक बायपास का काम शुरू हो पाएगा,क्योंकि इसकी कमी के चलते रोजाना पिंजौर-कालका जाम से जुझ रहा है। बच्चों से लेकर डयूटी और अपने गंतव्य पर आने वाले लोग लेट हो जाते है और हादसे भी बढ़ रहे है। उन्होंने बदहाल सडक़ों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि आज कई ऐसी सडक़े है, जिनकी बदहाली देखी नही जाती।
प्रदीप चौधरी ने कहा कि सरकार उपलब्धियों पर ध्यान न दें, क्योंकि तीन साल में सरकार की ऐसी कोई उपलब्धि नही है, जिसके दम पर वो कहें कि उसने प्रदेश का विकास किया है, आज लोग समस्याओं से जुझ रहे है, उन समस्याओं को हल करने की पहल करें। इस अवसर पर उनके साथ सिटी प्रधान सुशील गर्ग, गौतम भारद्धाज, पूर्व पार्षद गुरिन्द्र चौधरी, प्रवीन बिल्ली, सिद्धांत, रामकरण गिदड़ावाली, सूच्चा राम पूर्व सरपंच इत्यादि मौजूद थे।