शहीदों की विधवाओं की पैंशन बहाल कर कैप्टन अमरेन्द्र ने दी शहीदों को सच्ची श्रधान्जली – वीरेश शांडिल्य

पंचकूला-21/10/17,एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य के नेतृत्व में आज सेक्टर-21 में पंजाब पुलिस शहीदी दिवस पर आतंकवाद का पुतला जलाया गया l इस मौके पर फ्रंट के सदस्यों ने पंजाब पुलिस अमर रहे,भारत माता की जय,आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे लगाये l फ्रंट सुप्रीमो वीरेश शांडिल्य ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया की उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा हर वर्ष 21 अक्टूबर को पूरे देश में केंद्र व राज्य सरकारें राष्ट्रीय शहीदी दिवस मनाकर उन जवानों,पुलिस अधिकारियों,कर्मियों,सेना के जवानों को याद करती है जो भारत माँ की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए और इनमे वो जवान भी शामिल है जो ड्यूटी के दौरान राष्ट्रहित व राज्यहितों के लिए कुर्बान हुए ऐसे शहीदों की संख्या मात्र 500 से अधिक नहीं है इसलिए केंद्र सरकार इन शहीदों के परिजनों को एक करोड़ की राशि उपलब्ध करवाएं ताकि इन शहीदों के परिजन सम्मान व स्वाभिमान के साथ जीं सकें l

एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने शहीदों की विधवाओं के लिए विशेष पारिवारिक पैंशन बहाल कर शहीद जवानों को सच्ची श्रधान्जली दी इस फैंसले का फ्रंट स्वागत करता है l

एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा इस देश में मात्रभूमि की रक्षा करते हुए और अपनी ड्यूटी पर सरकारी दायित्व का निर्वाह करते हुए शहीद होने वाले जवान,पुलिस अधिकारी,कर्मी,अर्धसैनिक बल के जवान कुल 500 भी नहीं है ऐसे में यदि केंद्र सरकार प्रति परिजन को एक करोड़ रूपए देती है तो 500 करोड़ बनता है इसमें 75 प्रतिशत केंद्र सरकार और 25 प्रतिशत राज्य सरकारें दें उन्होंने कहा की वह पूरे देश में इसको लेकर मुहिम चलाएंगे व शहीद परिवारों को उनका सम्मान दिलवाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे l शांडिल्य ने देश की जनता से आह्वान किया की “ए मेरे वतन के लोगों ज़रा आँख में भर लो पानी जो शहीद हुए है उनकी जऱा याद करो कुर्बानी” l

एटीएफआई प्रमुख शांडिल्य ने कहा की प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को इन शहीदों को याद किया जाता है जबकि इनकी कुर्बानी बहुत बड़ी है और उस कुर्बानी के चलते शहीद के माँ-बाप पत्नी बच्चों को स्वाभिमान से जीने के लये एक करोड़ की आर्थिक राशि सरकार को देनी चाहिए l 500 करोड़ की राशि सरकार के लिए कोई बड़ी राशि नहीं है और कोई मायने नहीं रखती l शांडिल्य ने कहा अगर कोई जवान,पुलिस अधिकारी,पुलिसकर्मी,सेना का जवान देश की एकता और अखंडता के लिए शहीद होता है तो शहीद के परिजन को एक करोड़ की आर्थिक राशि देने केंद्र सरकार संसद में कानून पास करें l इस मौके पर राममैहर शर्मा,रविकांत शर्मा,कुलवंत सिंह मानकपुर,लखविन्द्र सिंह साधापुर,जसमीत जस्सी,विजयेन्द्र कुमार,अमित शर्मा आदि मौजूद थे l