पंचकूला के रैफल्स अस्पताल पहुंचे अमेरिकी सर्जन, घुटनों में किया थ्री डी नी इम्प्लांट थ्री डी नी: घुटनों के ट्रांसप्लांट का भविष्य थ्री डी नी मरीज़ों के लिए वरदान है: डॉ. एम एस गुप्ता

पंचकुला, अक्तूबर 9, 2017

विश्व प्रसिद्ध अमेरिकी हड्डी रोग विशेष्ज्ञ, डॉ. एंड्रयू हॉज ने आज पंचकुला स्थित रैफल्स अस्पताल पहुंचकर यहां उन्नत नी रिप्लेस्मेंट सर्जरीज़ को अंजाम दिया। डॉ. हॉज को कूल्हों एवं घुटनों के जोड़ों की रिप्लेसमेंट यानी प्रतिस्थापन और गठिया रोग के प्रबंधन में महारत हासिल है। वो एक डिज़ायनर सर्जन भी है जो थ्री डी नी इम्प्लांट्स के लिए सबसे ज्यादा जाने जाते हैं। ये टोटल नी आर्थ्रोप्लास्टी के लिए नवीनतम कृत्रिम अंग है।

रैफल्स अस्पताल के डॉ. एम एस गुप्ता ने डॉ. हॉज के निरीक्षण में विकसित थ्री डी नी इम्प्लांट्स का इस्तेमाल करते हुए टोटल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी की। डॉ. हॉज अब तक घुटनों की 6000 रिप्लेसमेंट्स कर चुके हैं और उन्हें साल 2009 में विदेश में किए गए ऑर्थोपेडिक कार्यों के लिए प्रतिष्ठित एलिस आयलेंड मेडल ऑफ ऑनर इन मेडिसिन से नवाज़ा गया था।

मीडिया से बात करते हुए डॉ. एंड्रयू हॉज ने घुटनों के प्रतिस्थापन में इस नई तकनीक के फायदों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, “थ्री डी नी एक ऐसा नी रिप्लेसमेंट डिज़ायन है जो घुटनों की स्थिरता प्रदान करता है और प्राकृतिक घुटनों के मोशन पैटर्न उत्पन्न करता है। ये मरीज़ों के लिए एक प्राकृतिक अहसास देने वाले घुटने के समान होता है जिससे ऊपर चढ़ना या नीचे उतरना बेहद आरामदायक हो जाता है।”

एक सर्जन और मेडिकल इक्विपमेंट इंजीनियर होने के नाते, डॉ. हॉज का मानना है कि जीवन के साथ-साथ चलने-फिरने को आधुनिक चिकित्सीय तकनीकों, चिकित्सीय शोध और मरीज़ों की बेहतरीन देखरेख के साथ बढ़ाया जा सकता है। वो कहते हैं, “मैं अपने मरीज़ों के साथ काफी जुड़ जाता हूं। मेरा विश्वास है कि अच्छी देखभाल से मरीज़ तेज़ी से ठीक होते हैं। हम साथ मिल कर चलना-फिरना बढ़ा सकते हैं और जीवन-स्तर को और बेहतर बना सकते हैं”।

डॉ. एंड्रयू हॉज अमेरिकन बोर्ड ऑफ ऑर्थोपेडिक सर्जरी द्वारा प्रमाणित हैं और अमेरिकन कॉलेज ऑफ सर्जन्स में अध्येता हैं। वो कम से कम चीर-फाड़ के साथ कूल्हों एवं घुटनों की रिप्लेसमेंट सर्जरी, कूल्हों एवं घुटनों के असफल जोड़ों की जटिल मरम्मत और गठिया रोग के विशिष्ट उपचार के विशेषज्ञ हैं।

गठिया के रोगियों के जीवन में सुधार की खातिर अपनी दक्षता प्रदान करने के लिए डॉ. एम एस गुप्ता ने डॉ. हॉज का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा, “इन नई तकनीकों ने उन मरीज़ों को एक नया जीवन प्रदान किया है जो जीवनभर दर्द से लड़ते आए हैं। थ्री डी नी मरीज़ों के लिए एक वरदान है। हमें उम्मीद है कि ज्यादा से ज्यादा मरीज़ इस नई तकनीक का फायदा उठाएंगे और अपना जीवन बेहतर बनाएंगे। डॉ. हॉज अब रैफल्स अस्पताल आते रहेंगे ताकि इस क्षेत्र के लोगों को घुटनों की सर्जरी में हो रहे नवीनतम विकास का फायदा मिल सके”।