मेरा गढ्ढा मेरा गौरव” के प्रथम चरण का सफल समापन

24 Sep at 8:07 PM

24 सितम्बर, 2017

पंचकुला की सडकों में पड़े गड्ढों के प्रति प्रशासन की लगातार अनदेखी को उजागर करने की यूथ4स्वराज की अनूठी मुहीम “मेरा गढ्ढा, मेरा गौरव” के प्रथम चरण का आज समापन

“मेरा गढ्ढा, सबसे वड्डा” नाम से प्रतियोगिता के विजेताओं का सम्मान
विजेताओं को मुहीम के अंदाज़ के अनुरूप ही पुरुस्कार में “तसली” और “फावड़ा” दिया गया
मुहीम के युवा कार्यकर्ताओं ने एक नया नारा दिया “हम हैं!”
यवनिका में शाम की सैर पर निकले लोगों ने इस इस अनोखे अभियान में अपना समर्थन जताया
आज शाम पंचकुला के यवनिका में एक अनोखे अंदाज़ में यूथ4स्वराज ने अपनी मुहीम “मेरा गढ्ढा, मेरा गौरव” के प्रथम चरण का समापन किया. इस मुहीम के समापन के अंतर्गत उन्होंने “मेरा गढ्ढा, सबसे वड्डा” नाम से चलती अपनी प्रतियोगिता के विजेताओं का भी ऐलान किया.

संगठन के पंचकुला अध्यक्ष, हर्षित, ने इस मुहीम के बारे में आंगतुकों को बताया। अपनी युवा टीम को सलाम करते हुए उन्होंने कहा,”यह सब रोज़ सुबह 5.०० बजे सडकों पर गढ्ढों को चिन्हित करने निकल पड़ते थे. 7.30 बजे तक खाली सडकों पर यह करने के बाद ये सब अपने अपने काम पर, कॉलेज, स्कूल को निकलते थे.”

स्वराज अभियान की कार्यकर्ता, शालिनी मालवीय, ने बताया कि मेयर साहिबा ने उनके निमंत्रण पर कहा कि ऐसी मुहीम चला कर वे प्रशासन का मज़ाक उदा रहे हैं. मेयर साहिबा ने कहा कि यदि हम गढ्ढे भरने की बात करते हैं तो मेयर साहिबा भी साथ देंगी. शालिनी मालवीय ने कहा,”ऐसे तो नागरिकों का गढ्ढा भरना काम नहीं है, लेकिन अगर मेयर साहिबा कोई ऐसा प्रयोजन करती हैं, जिसके ताः बजरी, रोड़ा और साथ ही गढ्ढे भरने की विधि हमें बताती हैं और इस मुहीम की सरपरस्ती करती हैं, तो हम उनकी इस आज्ञा को भी मानेंगे.”

क्यूंकि मेयर साहिबा, और विधायक जी की तरफ से कोई नहीं आया था, श्रोताओं में से एक वृद्धा को ही विजेताओं को सम्मानित करने का आग्रह किया गया. प्रथम पुरूस्कार दो विजेताओं को दिया गया – हरिपुर के मुबारक अली और ग्याहरवीं कक्षा की तनीषा बंसल। मुबारक अली ने सेक्टर १० मार्किट के एक गड्ढे की फोटो भेजी जो लगभग ७-८ फुट चौड़ा, और आधा फुट गहरा है, जबकि तनीषा बंसल ने इंडस्ट्रियल एरिया के गड्ढे की तस्वीर भेजी तो ऊपर तक पानी से लबालब भरा था.

स्वराज अभियान के नेशनल वर्किंग समिति के मेंबर, राजीव गोदारा ने भी कार्यकर्ताओं का अभिनन्दन किया और कहा,”यह रोज़मरा की ज़रूरतें ही हमारी राजनीती को दिशा निर्देश दें. एक सृजनात्मक सोच ही कल का भारत हो सकता है. यदि नागरिक ऐसी मुहीम को समर्थन नहीं देंगे तो प्रशासन क्यों गढ्ढे भरेगा?” उन्होंने इस मुहीम के अंदाज़ को सलाम करते हुए स्वर्गीय जसपाल भट्टी को भी याद किया।

इसके उपरान्त श्रोताओं ने भी अपने उदगार व्यक्त किये. विपिन मल्होत्रा ने कहा,”अब वक़्त आ गया है कि हम एक एक गढ्ढे को अपनाएं और अपना आधार कार्ड इसके साथ जोड़ें.”

दुर्गेश, यूथ4स्वराज के कार्यकर्ता ने याद दिलाया कि उनका एक साथी सेक्टर 14 के चौक वाले गढ्ढे के चलते आज इस दुनिया में नहीं है.

कार्यक्रम की शुरुआत में कार्यकर्ताओं ने नारा लगाया “हम है!” इसका अर्थ उन्होंने कुछ ऐसे बताया कि हम सोये नहीं हैं, हम जागे हैं. यही नारा उन्होंने कार्यक्रम के अंत में भी लगाया।

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