बेटियां घर ही शोभा नहीं है बल्कि वे देश की भी शोभा हैं, उनकी विशिष्टि भूमिका के बिना राष्ट्र का विकास संभव नहीं- सोलंकी ।

पंचकूला, 23 सितंबर- बेटियां घर ही शोभा नहीं है बल्कि वे देश की भी शोभा हैं, उनकी विशिष्टि भूमिका के बिना राष्ट्र का विकास संभव नहीं है। c यदि पुुरुष आगे बढते जाएं तो राष्ट्र की आधी प्रगति होगी और आधी प्रगति विकलांगता के समान है। इसलिए जब तक हम महिलाओं को साथ लेकर नहीं चलेंगे तो राष्ट्र का विकास संभव नहीं होगा।

यह बात हरियाणा के राज्यपाल प्रो० कप्तान सिंह सोलंकी ने पंचकूला सेक्टर 6 स्थित हंसराज पब्लिक स्कूल में आयोजित चार दिवसीय अखिल भारतीय अंडर-19 महिला क्रिकेट लीग चैंपीयनशिप के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कही। उन्होंने कहा कि आजादी की ऐतिहासिक लड़ाई की चिंगारी भी महिला ने भी सुलगाई थी। उन्होंने कहा कि भारतीय महिलाओं को पुरुषों की तरह वोट का अधिकार है। उन्होंने यह भी कहा कि इंग्लेंड में महिलाओं को संघर्ष करने के बाद 1931 में वोट का अधिकार प्राप्त हुआ था। उन्होंने कहा कि आज लड़कियां हर क्षेत्र में अग्रणी हैं। जहां लड़कियां क्रिकेट खेल रहीं हैं, वहीं एक हरियाणा के एक पिता महावीर फौगाट ने अपनी बेटियों-गीता व बबीता को लड़कों के समान कुश्ती लडऩे के लिए तैयार किया और आज वो लड़कियां देश का नाम रोशन कर रही हैं, जिस पर एक फिल्म भी बनी है।

उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हरियाणा के पानीपत से 2015 में बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान की शुरूआत की थी। उन्होंने कहा कि लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ रही हैं। देश की महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज की सराहना करते राज्यपाल ने कहा कि उनके नेतृत्व में फाईनल में भारत को विजय तो प्राप्त नहीं हो पाई पर महिला टीम ने इंग्लेंड को कड़ी टक्कर दी। इससे प्रतीत होता है कि देश की महिला क्रिकेट टीम विश्व चेंपीयन बनने की ओर अग्रसर है।

उन्होंने हरियाणा टीम की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने बेहतर क्रिकेट का खेल खेला और फाईनल मुकाबला बारिश के कारण नहीं हो पाया। नियम के तहत टास कर यूपी की टीम विजयी रही। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यदि मुकाबला होता तो हरियाणा की टीम अवश्य विजयी होती। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इस चेंपीयनशिप में मध्यप्रदेश की बेटियां भी भाग लें रही हैं और वे भी मूल-रूप से मध्य प्रदेश के ही वासी हैं। उन्होंने कहा कि खेल में हार-जीत मायने नहीं रखती। महत्व इस चीज का है कि खेल किस भावना से खेला गया।

राज्यपाल ने उत्तर प्रदेश की महिला क्रिकेट टीम को विजयी होने पर चेंपीयन ट्राफी से नवाजा जबकि हरियाणा की टीम को रनर अप रहने पर सम्मानित किया गया। उन्होंने हरियाणा की कैप्टन राधा चन्द्र को बैस्ट खिलाड़ी, डोली को 104 रन व 9 विकेट लेने पर ऑल राउंडर, उत्तर प्रदेश की रेनु को बैस्ट विकेट कीपर, मध्य प्रदेश की श्रद्धा कुमारी को बैस्ट बॉलर, हरियाणा की शिवांगी को बैस्ट फील्डर के लिए सम्मानित किया गया।

राज्यपाल ने हरियाणा महिला क्रिकेट एवं कल्याण ऐसोसिएशन को 2 लाख रूपए की राशि देने की घोषणा भी की। इस मौके पर हंसराज पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।

कार्यक्रम में पंचकूला की उपायुक्त गौरी पराशर जोशी, डीसीपी मनवीर सिंह, अखिल भारतीय महिला किक्रेट व कल्याण ऐसोसिएशन की अध्यक्ष शक्ति रानी शर्मा, सचिव नूतन गावस्कर, हरियाणा महिला क्रिकेट ऐसोसिएशन की प्रधान जया भारद्वाज, महासचिव अमरजीत, उपाध्यक्ष संतोष भंडारी, एसडीम पंकज सेतिया, नगराधीश ममता शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी एचएस सैनी, हरियाणा रणजी ट्राफी के पूर्व खिलाड़ी गृष्टि भनोट, प्रेस सचिव सुरेन्द्र गोयल सहित खिलाड़ी भी उपस्थित रहे।