धान की फसल को काटने के बाद कोई भी अवशेष खेत में न जलाएं- गौरी पराशर जोशी

पंचकूला, 23 सितंबर- उपायुक्त गौरी पराशर जोशी ने सभी किसानों से आग्रह करते हुए कहा कि वे धान की फसल को काटने के बाद कोई भी अवशेष खेत में न जलाएं क्योंकि इसके जलाने से प्रदूषण ही नहीं फैलता अपितु आगजनी की घटना का अंदेशा भी बना रहता है।

श्रीमती पराशर जिला सचिवालय के सभागार में संबंधित अधिकारियों की आयेाजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दे रही थी। उन्होंने अधिकारियों को परामर्श देते हुए कहा कि वे किसानों को जागरुक करें कि अवशेषों को खेत में जलाने से उनके खेत की उपजाउ शक्ति कम होने के साथ-साथ प्रदूषण भी फैलता है, जिससे उनके व उनके परिवार के स्वास्थ्य पर कुप्रभाव भी पडता है।

उपायुक्त ने धान के सीनज में पराली जलाने को लेकर सख्त से सख्त कार्यवाही करने के लिए संकेत देते हुए कहा कियदि संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों ने पराली जलाने की सूचना जिला प्रशासन को उपलब्ध नहीं करवाई तो उन पर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि सरकार के सख्त आदेश हैं कि पराली जलाने पर पूर्णत: पाबंदी लगाई जाए और इस दिशा में किसानों को जागरुक भी किया जाए।

उपायुक्त ने कहा कि पराली जलाने की सूचना प्रशासन को यदि प्राप्त होती है तो प्रशासन इस दिशा में प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही करेगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए संबंधित एसडीओ, ग्राम सचिव व पटवारी तीनों की संयुक्त कमेटी यह सूचना उपलब्ध करवाएगी, इसलिए कमेटी का कोई भी सदस्य पराली जलाने की सूचना देगा तो तुरंत प्रभाव से प्रशासन कार्यवाही करेगा। यदि प्रशासन को पराली जलाने की सूचना और कहीं से आती है तो उक्त तीनों को इस बात की जानकारी न होगी तो उन पर भ्भी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारियों को सरंपचों के साथ बैठक आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिन गांवो में गत तीन वर्षों से लगातार पराली जलाने की घटनाएं हो रही हैं उन सरपंचों को विशेष तौर पर बुला कर इस बारे अवगत करवाएं कि इस बार ऐसा नहीं होगा। अच्छा कार्य करने वाले सरपंचों को इनाम भी दिया जाएगा। उन्होंने सरपंचों को गउशाला संचालकों को जागरुक करने के लिए कहा।

उन्होंने सरकार के आदेशों के दृष्टिगत धान के चालू खरीद सत्र में संबंधित अधिकारियों को मंडियों में पुख्ता प्रबंध करने के भी निर्देश दिये ताकि किसानो को किसी प्रकार की परेशानी न हो। हर किसान को मंडी में अपनी फसल सीधे बेचने की सुविधा उपलब्ध करवाने की व्यवस्था सुनश्चिित करने के निर्देश भी दिये। इसके लिए किसानों को अपने संबंधित आढती से लिखवा कर देना होगा कि उसका आढती के यहां कोई भी बकाया नहीं है। यही नहीं सरकार अगले साल से गेहूं की फसल के समय पर सीधी खरीद करेगी। इसके लिए आढती से अनापत्ति प्रमाण पत्र भ्भी लिया जाएगा। उन्होंने सबंधित अधिकारियों को मंडियों में कंपलेंट सेंटर की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए जहां उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सके।

इस अवसर पर एसडीएम पंकज सेतिया, नगराधीश ममता शर्मा, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजबीर सिंह खुंडिया सहित अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे।