संघर्ष व वीरता के प्रतीक महाराणा प्रताप किसी समुदाय विशेष के लिए नहीं थे बल्कि वे एक संस्था थे

पंचकूला, 7 जून- हरियाणा के मुख्य संसदीय सचिव श्याम सिंह राणा ने कहा है कि संघर्ष व वीरता के प्रतीक महाराणा प्रताप किसी समुदाय विशेष के लिए नहीं थे बल्कि वे एक संस्था थे। हमारी युवा पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।
मुख्य संसदीय सचिव आज यहां सेक्टर-26 स्थित राजपूत धर्मशाला में महाराणा प्रताप की 477वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने केंद्र व हरियाणा सरकार का इस बात के लिए विशेष आभार व्यक्त किया कि दोंनों सरकारों ने शहीदों के नाम पर शैक्षणिक संस्थानों, सडक़ों व भवनों के नाम रखने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि करनाल में स्थापित किए जा रहे बागवानी विश्वविद्यालय का नाम महाराणा प्रताप रखने की घोषणा मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने की है। इसके अलावा पानीपत में एक चौक का नाम महाराणा प्रताप रखने की घोषणा शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने की है। हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने पानीपत में महाराणा प्रताप भवन के निर्माण में धन की कमी आड़े नहीं आने देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि राजपूत समुदाय के लिए इससे बड़े गर्व की बात और क्या हो सकती है कि पिछले दो वर्षों के कार्यकाल में ही सरकार ने समाज के पूर्वजों के नाम पर संस्थानों के नाम रखने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि बाबा बंदा सिंह बहादुर जैसे शूरवीरों का 300वां शहीदी दिवस हरियाणा सरकार ने न्यायोचित ढंग से मनाया है। सभी जिलों में शोभा यात्राएं व उनके जीवन पर आधारित कार्यक्रम आयोजित कर युवा पीढ़ी को उनके बारे में जानकारी दी। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने लौहगढ़ में बाबा बंदा बहादुर के नाम पर मार्शल आर्ट स्कूल खोलने की घोषणा की है। उन्होंने उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि वे अपने बच्चों को उत्तम शिक्षा दिलाएं। शिक्षा के बगैर कोई भी समाज, राज्य व देश आगे नहीं बढ़ सकता। आने वाली 21वीं शदी शिक्षा की शदी है, जो समाज व राज्य शिक्षा में आगे होगा वहीं प्रगति करेगा। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की इस वर्ष संघ लोक सेवा आयोग द्वारा घोषित 2016 की सिविल सर्विसिज सेवा में राजपूत समाज के लगभग 51 बच्चे सफल रहे है, जिसमें एक लडक़ी सिरसा से है। उन्होंने राजपूत सभा पंचकूला को धर्मशाला निर्माण के लिए अपने स्वैच्छिक कोष से 5 लाख रुपये देने की घोषणा की।
समारोह को हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा के प्रधान कर्नल वीरेंद्र सिंह, पूर्व विधायक रेखा राणा, राजपूत सभा पंचकूला के प्रधान रामस्वरुप सिंह, रवींद्र बतौड़, समाजसेवी एवं जिला परिषद के पूर्व प्रधान वीरेंद्र भाऊ, शूरवीर पत्रिका के संपादक यशपाल राणा, साहब सिंह खटौली, अंबाला जिला परिषद के चेयरमैन सुरेंद्र राणा ने भी समारोह को संबोधित किया। इस मौके पर क्षेत्रीय समाज के लोगों के साथ-साथ सभी वर्गों के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।