जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने वृद्धाश्रम में रह रहे सभी बुजुर्गों से मुलाकात की.

पंचकूला, 26 अप्रैल, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्ष व जिला एवं सत्र न्यायाधीश रितू टैगोर व प्राधिकरण की सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी निधि बंसल ने मंगलवार को सेक्टर-15 में स्थित वृद्धाश्रम का दौरा किया तथा बुजुर्गों का हालचाल पूछा।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने वृद्धाश्रम में रह रहे सभी बुजुर्गों से मुलाकात की और रेडक्रास की ओर से दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि रेडक्रास बुजुर्गों की सेवा के लिए सराहनीय कार्य कर रहा है। उन्होंने निर्देश दिए कि इन बुजुर्गों की सेवा में कोई कमी न रहनी चाहिए तथा इनके स्वास्थ्य की नियमित जांच व दवाइयां दी जानी चाहिए। अगर बुजुर्गों को किसी प्रकार की कानूनी सहायता की जरुरत है तो जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से उनकी हरसंभव मदद की जाएगी। सेशन जज के समक्ष यहां रह रहे चार बुजुर्गों ने बुढ़ावा पैंशन संबंधी मांग करते हुए कहा कि सरकार की ओर से दी जानी वाली बुढ़ापा पैंशन के लिए उनका नाम भेजा जाए, ताकि उन्हें यह पैंशन मिल सके। उन्होंने वृद्धाश्रम में रह रहे बुजुर्गों के शरीर दान करने संबंधी फैसले पर खुशी जाहिर की कि इन बुजुर्गों की सोच है कि ये अपनी मृत्यु के बाद भी किसी के जीवन में उजाला भर सकें।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव निधि बंसल ने कहा कि बुजुर्गों को निशुल्क कानूनी सहायता प्राधिकरण की ओर से दी जाती है। इसके लिए प्राधिकरण के पैनल में शामिल एडवोकेट उन्हें उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करते हैं तथा अन्य विभागों की ओर से मिलने वाली सुविधाओं का लाभ भी पहुंचाना सुनिश्चित करते हैं। उन्होंने कहा कि मानव सेवा, सबसे बड़ी सेवा है और रेडक्रास वृद्धाश्रम के माध्यम से इस सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने वृद्धाश्रम में रह रहे 30 महिला-पुरुष बुजुर्गों के स्वास्थ्य संबंधी हालचाल भी पूछा तथा कहा कि बेशक आज उनका परिवार उनके साथ नहीं है, लेकिन भगवान पर विश्वास रखें तथा हमेशा खुश रहे। इस अवसर पर लीगल एड काउंसलर मनवीर राठी, रैडक्रास के जिला प्रशिक्षण अधिकारी रमेश चौधरी व गंभीर सिंह भी उपस्थित थे।

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