ऑपरेशन मुस्कान के तहत लापता पश्चिमी बंगाल निवासी लडक़ी कावेरी को उसके परिजनों से मिलवाया
पंचकूला, 12 फरवरी- पुलिस विभाग की राज्य आपराधिक शाखा के मानव तस्करी निरोधक सेल की ओर से एक जनवरी से 15 फरवरी तक चलाए जा रहे ऑपरेशन मुस्कान के तहत लापता पश्चिमी बंगाल निवासी लडक़ी कावेरी को उसके परिजनों से मिलवाया गया। मानव तस्करी निरोधक सेल के इंचार्ज इंस्पेक्टर रमेशचंद, हैड कांस्टेबल राजेश कुमार, एएसआई मुकेश रानी व एएसआई जसविंद्र कौर ने इस लडक़ी के परिजनों को ढंूढऩे में कड़ी मेहनत की। इस टीम ने पहले उसके पिता को ढूंढा, फिर उसे पंचकूला बुलाकर लडक़ी को उसे सौंप दिया।
बता दें कि रेलवे पुलिस अंबाला को 21 जनवरी को कावेरी अंबाला रेलवे स्टेशन पर मिली। कावेरी अपने माता-पिता के बारे में कुछ नहीं बता पा रही थी। पुलिस ने इस लडक़ी को बाल कल्याण समिति अंबाला को सौंप दिया, जिसे बाद में सेक्टर-16 स्थित आशियाना में भेजा गया। यहां पर मानव तस्करी निरोधक सेल के इंचार्ज इंस्पेक्टर रमेशचंद व उसकी टीम के सदस्यों ने कावेरी के माता-पिता की खोज शुरू की। लडक़ी बंगाली भाषा बोल व लिख रही थी, जिस पर हैड कांस्टेबल राजेश कुमार कावेरी को दूसरे प्रदेशों के अनेक लोगों से मिलवाया। बाद में कमांड अस्पताल के डाक्टरों ने बताया कि यह लडक़ी बंगाली बोल रही है। इस पर लडक़ी ने जो पता लिखा वह पश्चिमी बंगाल के परगाना जिला के चांदमारी स्थित केंद्रीय विद्यालय का था। स्कूल से लडक़ी के गांव का पता लगाया व उस क्षेत्र से थाना अध्यक्ष से बात की। थाना अध्यक्ष ने खोजबीन कर बताया कि इस लडक़ी का गांव सदासू है और इस लडक़ी के माता-पिता चार माह पहले दिल्ली चले गए हैं और गांव में उनका कोई संपर्क नंबर नहीं है। इसके बाद हैड कांस्टेबल राजेश कुमार दिल्ली स्टेशन पर गए, जहां इस लडक़ी की डीडीआर दर्ज थी और इसके माता-पिता गुडग़ांव के गांव घसौला में काम करते हैं। घसौला में संपर्क करने पर पता चला कि लडक़ी के पिता पश्चिमी बंगाल गए हैं, वहां से थाना अध्यक्ष ने कावेरी के पिता से बात करवाई, उसे लडक़ी के फोटो भेजे, जिस पर उसने लडक़ी को पहचाना। इसके बाद कावेरी का पिता पंचकूला आया और लडक़ी मिलने पर मानव तस्करी निरोधक सेल की टीम का धन्यवाद किया तथा खासकर हैड कांस्टेबल राजेश कुमार का, जिसने कावेरी के माता-पिता को खोजने में अहम भूमिका निभाई थी। उसने बताया कि कावेरी उनकी इकलौती संतान है, जो दिल्ली में उसकी मां के कुछ सामान लेने जाने व ट्रेन चल पडऩे के कारण गुम हो गई थी। बाद में पुलिस ने आवश्यक कार्यवाही पूरी कर कावेरी को उसे सौंप दिया।