राज्यपाल ने जवानों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आप देशभक्ति व समर्पित भाव से अपने कर्तव्य का निवर्हन कर रहे है
पंचकूला, 1 दिसंबर। हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि देश में हर तरह की व्यवस्था की जरूरत है, जिसमें ढांचागत विकास, जीवनोपयगी साधन, रोजगार व सुरक्षा शामिल हैं। ये सभी सुविधाएं होने के बाद यदि अमन-चैन व शांति का माहौल नहीं है तो सभी प्रकार की व्यवथाएं व सुविधाएं बेमानी हैं। देश में सुरक्षा व शांति बनाए रखने में अर्धसैनिक बलों का बड़ा योगदान है। देश के अंदर किसी भी प्रकार की विपरीत परिस्थितियों में अर्धसैनिक बलों के जवान अपनी जान की परवाह न करते हुए जोखिम में फंसे लोगों को बचाते हैं। प्रधानमंत्री जीवन रक्षा पदक इसी बात का सूचक हैं कि इन जवानों ने अपने कर्तव्य का निवर्हन ईमानदारी से करते हुए लोगों की जान बचाई।
राज्यपाल मंगलवार को भानू गांव में स्थित भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित 59वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट-2015 के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि जवानों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर विभिन्न अर्धसैनिक बलों के 35 जवानों को उनके साहसिक कार्यों के लिए प्रधानमंत्री जीवन रक्षा पदक से सम्मानित किया तथा डयूटी मीट के दौरान विभिन्न गतिविधियों में विजेता रहे अर्धसैनिक बलों को ट्राफी प्रदान की।
राज्यपाल ने जवानों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आप देशभक्ति व समर्पित भाव से अपने कर्तव्य का निवर्हन कर रहे हैं। आपमें देशसेवा कूट-कूटकर भरी हुई है। देश के अंदर घटित किसी परिस्थिति से निपटने में आप सक्षम हैं तथा अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को राहत पहुंचाते हैं। देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए आप पूरी तरह कृतसंकल्प होकर अपने कर्तव्यों को निवर्हन कर रहे हैं, जिसके लिए आप समय-समय पर इन सेवाओं व कर्तव्य निवर्हन का प्रशिक्षण भी प्राप्त करते हैं। उन्होंने कहा कि सभी लोगों का कर्तव्य है कि वे स्वयं भी अमन-चैन से रहें तथा दूसरों लोगों को भी अमन-चैन से रहने दें, यही जीवन का सिद्धांत है।
राज्यपाल ने ड्यटी मीट की साइंटिफिक एड्स टू इंवेस्टिगेशन में तमिलनाडु पुलिस को प्रथम व द्वितीय स्थान के लिए ट्राफी प्रदान की, जबकि तेलंगाना पुलिस को तृतीय स्थान के लिए ट्राफी दी गई। फोटोग्राफी में महारास्ट्र पुलिस को प्रथम स्थान व तमिलनाडु पुलिस को दूसरे स्थान के लिए ट्राफी प्रदान की गई। पुलिस डॉग प्रतियोगिता में भारत, तिब्बत सीमा पुलिस को प्रथम तथा सीमा पुलिस बल को दूसरे स्थान तथा ओवरआल बेस्ट डॉग के लिए तमिलनाडु पुलिस को ट्राफी प्रदान की गई। कंप्यूटर एवेयरनेस प्रतियोगिता में केंद्रीय पुलिस को प्रथम व महाराष्ट्र पुलिस को द्वितीय, एंटी सबोटाज चैक में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल को प्रथम स्थान व तेलंगाना पुलिस को दूसरे स्थान के लिए ट्राफी दी गई। पुलिस वीडियोग्राफी में बीएसएफ को प्रथम व पंजाब पुलिस को द्वितीय स्थान के लिए ट्राफी प्रदान की गई। ओवरआल ट्राफी तमिलनाडु पुलिस ने प्राप्त की।
राज्यपाल ने जिन 35 जवानों को प्रधानमंत्री जीवन रक्षा पदक से सम्मानित किया, उनमें सीआरपीएफ के एसिसटेंट कमांडडेंट गिजराज मिथरावल, निरीक्षक सुदर्शन कुमार, सब-इंस्पेक्टर विरेंद्र सिंह, हवलदार सुदामा कुमार, सिपाही अरूप ज्योति, सचिन, मनीपूर्ण सिंह, आईटीबीपी के सेकंड कमांड मनवेंद्र कुमार, उप कमांडेंट रणबीर सिंह नेगी, एसिसटेंट कमांडेंट संदीप भंडारी, निरीक्षक नीरज सिंह, उप निरीक्षक अनूप कुमार व मोहन सिंह, एएसआई लक्ष्मण सिंह, हवलदार लक्ष्मण सिंह व देवेंद्र सिंह, सिपाही दिनेश कुमार, हिमांशु, भगत सिंह, धीरज शुक्ला, रतनेश्वर, एनडीआरएफ के निरीक्षक सुनील कुमार, उप निरीक्षक नेमा राम व भगत सिंह, सिपाही अमृत हजारिका, अजय कुमार, बाबूलाल, अमृत कुमार, अमर सिंह, आरवाई परधी, आंध्र प्रदेश पुलिस के निरीक्षक विनकातेश्वर व सिपाही एसए हुसैन, दिल्ली पुलिस के सिपाही योगेश कुमार, हरियाणा पुलिस के हवलदार बलदेव सिंह, उत्तराखंड पुलिस के उप निरीक्षक सत्यव्रत शामिल हैं। आईटीबीपी के महानिरीक्षक एवं डयूटी मीट सचिव पीएस पापटा ने सभी अतिथियों का धन्यवाद करते हुए बताया कि इस मीट में 23 राज्यों व 6 केंद्रशासित राज्यों के 1120 जवानों ने भाग लिया। इस अवसर पर आईटीबीपी के अतिरिक्त निदेशक एसके सिन्हा, आईजी अरविंद कुमार, उपायुक्त विवेक आत्रेय, पुलिस उपायुक्त अनिल धवन, एडीसी हेमा शर्मा, एसडीएम ममता शर्मा सहित विभिन्न राज्यों की पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।