झूठे आंकड़ों से गुमराह कर रही है भाजपा सरकार, हरियाणा में बिजली सबसे महंगी हो गई है: रामपाल माजरामाजरा
पंचकूला, 26 नवम्बर: इनेलो के वरिष्ठ नेता रामपाल माजरा ने बिजली दरों के
मामले में लोगों को गुमराह करने और झूठे आंकड़े देकर भ्रमित करने का आरोप
लगाते हुए कहा कि मौजूदा सरकार आने के बाद बिजली की दरों व फ्यूल सरचार्ज
के नाम पर चार बार दरें बढ़ाई जा चुकी हैं और आज लोगों को बेसिक रेट,
फ्यूल सरचार्ज व अन्य शुल्क और विभिन्न प्रकार के चार्ज लगाकर औसतन नौ
रुपए से 11 रुपए प्रति यूनिट बिजली दी जा रही है। इनेलो नेता ने कहा कि
हरियाणा के बिजली उपभोक्ताओं को जो बिजली दी जा रही है वह अडानी की कंपनी
से करीब सवा तीन रूपए यूनिट खरीदकर सप्लाई की जा रही है और जब जिस रेट पर
पिछले साल अडानी से बिजली खरीदी जा रही थी आज भी जब बिजली उसी रेट पर मिल
रही है तो फिर बार-बार बिजली उपभोक्ताओं पर बेवजह का अतिरिक्त बोझ क्यों
डाला जा रहा है? उन्होंने कहा कि सवा तीन रुपए यूनिट बिजली लेकर लोगों को
नौ से ग्यारह रुपए प्रति यूनिट बिजली देना इससे ज्यादा लूट व घोर अन्याय
और क्या हो सकता है।
श्री माजरा ने कहा कि करीब दो महीने पहले भाजपा सरकार ने लोगों पर तीन
तरह का अतिरिक्त बोझ डालने का काम किया था और बिजली दरों मेें बढ़ौतरी के
साथ-साथ, फ्यूल सरचार्ज में बढ़ौतरी, स्लैब प्रणाली समाप्त करने के अलावा
विभिन्न अन्य प्रकार के शुल्क व चार्ज लगाकर बिजली के दाम बढ़ा दिए थे।
इनेलो के भारी विरोध के बाद सरकार को स्लैब प्रणाली फिर से बहाल करनी
पड़ी लेकिन इसे पूरी तरह से पहले की तरह बहाल करने की बजाय आधा अधूरा ही
बहाल किया गया। उन्होंने कहा कि आज भी बिजली दरों में की गई बढ़ौतरी व
एफएसए में बढ़ौतरी वापिस नहीं ली गई है। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों को
भ्रमित करने के लिए बिजली के बेसिक रेट तो बताती है लेकिन यह नहीं बताती
कि उस पर एफएसए सहित अन्य कितने और चार्ज लिए जा रहे हैं और आम उपभोक्ता
को बिजली सभी शुल्क व सरचार्ज मिलाकर प्रति यूनिट किस रेट पर मिल रही है।
इनेलो नेता ने कहा कि एफएसए एक निश्चित अवधि के लिए सिर्फ लगाया जाता था
और उस अवधि के बाद वह बंद हो जाया करता था लेकिन पहले कांग्रेस सरकार ने
और अब मौजूदा सरकार ने एफएसए को बिजली बिल का स्थाई हिस्सा बना दिया और
पांच-पांच एफएसए भी एक साथ जोडक़र वसूल किए जाने लगे हैं जो कि पूरे देश
में सबसे ज्यादा हैं। उन्होंने कहा कि एफएसए व अन्य शुल्क मिलाकर आज
हरियाणा के उपभोक्ता को प्रति यूनिट बिजली शायद पूरे देश में सबसे महंगे
दामों पर मिल रही है। इनेलो नेता ने कहा कि असल में बिजली निगमों का घाटा
विभाग में व्यापक भ्रष्टाचार, समान खरीद में मोटा कमीशन व घोटाले, बिजली
चोरी व सरकार व निगमों के कु-प्रबंधन का कारण हैं। उन्होंने कहा कि आज
सरकार कुंडी लगाकर बिजली चोरी करने वालों और कई-कई सालों से बिल न भरने
वालों निगम के भ्रष्टाचार का बोझ आम बिजली उपभोक्ताओं पर डाल रही है जो
कि इस बढ़ौतरी को चुकाने की स्थिति में नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार
जानबूझकर उन लोगों को भी बिजली बिल न भरने के लिए मजबूर कर रही है जो अब
तक ईमानदारी से बिल अदा करते थे। उन्होंने सरकार से लोगों को गुमराह करने
व फर्जी आंकड़ों से भ्रमित करने की बजाय बढ़ाई गई बिजली दरें व एफएसए
बढ़ौतरी को तुरंत वापिस लेने और लोगों को राहत देने की मांग की ताकि
प्रदेश का आम ईमानदार बिजली उपभोक्ता समय पर बिल चुका सके।
बिजली की कीमतें वापिस न लेने के विरोध में बीरवार को भी इनेलो की
पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ ईकाई ने पूर्व मंत्री रामपाल माजरा, प्रदेश अध्यक्ष
तेलू राम जोगी, पूर्व एमएलए रामकुमार सैणी, रामसिंह जागड़ा के नेतृत्व
में गुरुवार को 10 बजे से शाम 5 बजे तक बिजली बोर्ड मुख्यालय शक्ति भवन
के सामने धरना किया। इस दौरान इनेलो नेताओं ने जमकर सरकार की आलोचना की
और भाजपा को तानाशाही पार्टी करार देते हुए जनविरोधी बताते हुए यह भी कहा
कि लोगों की गंभीर समस्याओं को लेकर इनैलो का धरना तब तक जारी रहेगा, जब
तक भाजपा बिजली की बढ़ी कीमतें वापिस नही लेेगी।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा ने
कहा कि किसानों के साथ भाजपा सरकार ऐसा घोर अन्याय कर रही है कि जब किसान
ने खेत से धान बेचने के लिए मंडी में पहुंचाई तो बासमती की 1509 किस्म की
कीमत 1450 रूपये निर्धारित कर दी और आज किसान की धान को सरकार ने
औने-पौने दामों में खरीदकर अब पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने की नीयत से
बासमती की कीमतें बढ़ा दी। उन्होंने कहा कि पिछले एक वष में बिजली की
कीमतों में बेतहाशा वृद्धि की गई और इस दौरान कई गुणा बिलों में वृद्धि
की गई और जिससे बिजली उपभोक्ओं पर बड़ी आर्थिक मार पड़ी है। उन्होंने कहा
कि एक वर्ष में प्यूल सरचार्ज में 40 प्रतिश्त तक वृद्धि हुई और बिजली की
दरों में सरकारी आंकड़ों में लगभग 20 प्रतिशत तक बढ़ाई गई, जबकि लगभग 27
प्रतिशत् की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार यह नहीं बता रही कि
फ्यूल सरचार्ज सहित प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं पर कुल कितना बोझ डाला
गया है। धरने को इनेलो पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष तेलू राम
जोगी ने भी संबोधित किया। धरना स्थल पर पूरे हरियाणा प्रदेश के इनेलो
पिछड़ा वर्ष के जिलाध्यक्षों के इलावा पार्टी के कार्यालय सचिव नछत्तर
मल्हान, पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी, कुलभूषण गोयल, एसपी अरोड़ा, पूर्व
चेयरमैन विजेन्द्र शर्मा कामी, प्रधान मान सिंह चरनियां, रविन्द्रपाल
मैहता, रूलदू कोना, आजाद मलिक, जितेन्द्र संधू, नीरज भल्ला, मनोज शर्मा
भी मौजूद थे।