राष्ट्रीय पोषाहार सप्ताह मनाया
पंचकूला 1 सितंबर। हरियाणा सरकार की ओर से महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से 7 सितंबर तक राष्ट्रीय पोषाहार सप्ताह मनाया जा रहा है। राष्ट्रीय पोषाहार सप्ताह के दौरान आंगनवॉडी केंद्रों में बच्चों, महिलाओं एवं बालिकाओं का भार तोलने का अभियान चलाया जा रहा है। खंड तथा जिला स्तर पर प्रश्रोतरी, चित्रकला तथा पौष्टिक व्यंजन बनाने की प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी।
विधायक ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि हरियाणा सरकार बच्चों, बालिकाओं तथा महिलाओं के चहुमुखी विकास के लिए वचनवद्ध है तथा उनके शारीरिक व मानसिक विकास के साथ-साथ संक्रामक रोगों से लडऩे के लिए विशेष कदम उठाए है। उन्होंने कहा कि बच्चों और किशोरियों में कुपोषण को समाप्त करने तथा उनके पोषण में सुधार सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सरकार द्वारा राज्य पोषण मिशन का गठन किया जा रहा है। कुपोषण को कम करने के उद्देश्य से जिला स्तर पर दो लाख रुपये, एक लाख रुपये तथा 50 हजार रुपये के न्यूट्रिशन अवार्ड दिए जाने का प्रावधान किया गया है। पूरक पोषाहार योजना के तहत बच्चों के लिए पूरक पोषाहार की राशि चार रुपये से बढ़ाकर छह रुपये प्रति बच्चा प्रतिदिन की गई है। उन्होंने बताया कि अत्यधिक कुपोषित बच्चों के लिए यह राशि छह रुपये से बढ़ाकर नौ रुपये प्रति बच्चा प्रतिदिन की गई है। गर्भवती तथा दूध पिलाने वाली माताओं के लिए यह राशि पांच रुपये से बढ़ाकर सात रुपये प्रतिदिन की गई है।
विधायक ने बताया कि सरकार ने 25962 आंगनवॉडी केंद्रों के माध्यम से 10.63 लाख बच्चें तथा 3.06 लाख गर्भवती एवं दूध पिलाने वाली माताओं को पूरक पोषाहार का प्रावधान किया गया है। आंगनवॉडी केंद्रों में लाभपात्रों को आलू, पूरी, भरवा पराठा, मिठ्ठे चावल, दलिया, पंजीरी तथा गुलगले दिए जाते है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार से गेंहू तथा चावल की सस्ती दरों पर खरीद की जा रही है। सबला योजना के तहत 1.90 लाख किशोरियों के लिए पोषाहार का प्रावधान किया गया है।
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